देश में उड़ानों में बम की फर्जी धमकियों के चलते विमानन कंपनियों को करोड़ों का नुकसान हो रहा है। विमानन कंपनियों के पूर्व अधिकारियों के मुताबिक, उड़ानों में व्यवधानों से नौ दिन में विमानन कंपनियों को लगभग 600 करोड़ रुपये का घाटा होने का अनुमान है। औसतन एक घरेलू उड़ान में व्यवधान से लगभग 1.5 करोड़ रुपये का खर्च आता है, जबकि एक अंतरराष्ट्रीय उड़ान में यह खर्च लगभग 5-5.5 करोड़ रुपये होता है।
एक अनुमानित गणना से पता चलता है कि घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में व्यवधान के कारण होने वाली औसत लागत लगभग 3.5 करोड़ रुपये है। इस तरह 170 से अधिक उड़ानों में व्यवधान से करीब 600 करोड़ रुपये खर्च या घाटा होने का अनुमान है। सूत्रों ने बताया कि विमान या हवाईअड्डे पर बम की धमकी मिलने की स्थिति में बम धमकी आकलन समिति (बीटीएसी) के प्रोटोकॉल में बदलाव किया गया, ताकि विभिन्न भारतीय एयरलाइनों को इंटरनेट पर लगातार मिल रही धमकियों से बेहतर तरीके से निपटा जा सके।
सोमवार रात को दिल्ली, मुंबई, जयपुर, पुणे, मंगलूरू, बंगलूरू और कोझिकोड के सात हवाईअड्डों पर एकत्रित हुई बीटीएसी ने तीन एयरलाइनों एअर इंडिया, विस्तारा और इंडिगो की 30 उड़ानों को भेजी गईं धमकियों को झूठा या अस्पष्ट बताया। सीआईएसएफ और संबंधित एयरलाइन सुरक्षा एजेंसियों को यात्रियों, उनके सामान और विमान की तलाशी के लिए केंद्रित सुरक्षा प्रोटोकॉल सुनिश्चित करने के लिए भी कहा गया है, ताकि उड़ान की तैयारी करते समय कोई भी चूक न रह जाए।
दिल्ली पुलिस ने फर्जी धमकी में दर्ज कीं आठ एफआईआर
दिल्ली पुलिस ने 90 से अधिक उड़ानों में बम की धमकी मामले में आठ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सोशल मीडिया पर तीन अकाउंट @adamlanza111, @psychotichuman और @schizobomer777 से धमकी वाले संदेश पोस्ट किए गए थे। दिल्ली पुलिस की साइबर सेल एक्स व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ऐसी गतिविधियों पर नजर रख रही है।