कांग्रेस आज यानी रविवार से मणिपुर से भारत जोड़ो न्याय यात्रा की शुरुआत कर रही है. ये भारत जोड़ो यात्रा का दूसरा चरण है.
इस मौक़े पर राहुल गांधी ने कहा, ”29 जून को मणिपुर आया था. उस विजिट में जो मैंने देखा,जो मैंने सुना, मैंने कभी पहले न देखा था, न सुना था. 2004 से राजनीति में हूं. पहली बार मैं हिंदुस्तान के एक प्रदेश में गया, जहां गवर्नेंस का पूरा स्ट्रक्चर ढह गया था.”
उन्होंने कहा, ”वो मणिपुर नहीं रहा. कोने कोने में नफरत फैली. करोड़ों लोगों को नुकसान हुआ. लोगों के भाई-बहन और माता पिता उनकी आंखों के सामने मरे. आज तक प्रधानमंत्री आपको गले लगाने और आपके आंसू पोंछने नहीं आए. यह शर्म की बात है.”
आगे पढ़िए राहुल गांधी क्या बोले?
”शायद बीजेपी और आरएसएस के लिए मणिपुर भारत का हिस्सा नहीं है. हम ‘भारत जोड़ो’ यात्रा में करीब 4 हजार किलोमीटर तक चले. भारत को जोड़ने की बात की. नफरत मिटाने की बात की. यह काम मुश्किल था लेकिन अच्छा लगा.
लोगों ने कहा कि कन्याकुमारी से कश्मीर तक यात्रा की है तो फिर ईस्ट से वेस्ट तक की भी यात्रा होनी चाहिए. मैं पैदल यात्रा करना चाहता था. लेकिन चुनाव को देखते हुए हमने यात्रा को हाईब्रिड बनाने और बस से यात्रा करने का फैसला किया.
मैंने यात्रा को मणिपुर से शुरू करने का फैसला किया.
हम आपको अपने मन की बात नहीं बताना चाहते हैं, हम आपकी बात सुनना चाहते हैं. भारत का जो विजन होगा, वो हिंसा और नफरत का नहीं बल्कि सामंजस्य और भाईचारे का विजन होगा, उसे हम आपके सामने रखने जा रहे हैं.
आने वाले दिनों में आपसे मिलने और गले मिलने का मौका मिलेगा, मैं बहुत खुशी से इसकी तैयारी कर रहा हूं.”