प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ को 7600 करोड़ के कई योजनाओं की सौगात दी है। साइंस कॉलेज ग्राउंड के मंच से उन्होंने जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने राज्य में चलाए जा रहे केंद्र सरकार की योजनाओं के बारे में जानकारी दी। मंच पर भाजपा के कई मंत्री मौजूद रहे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा की बड़ी बातें
9 साल पहले छत्तीसगढ़ के 30 फीसदी गांवों से ज्यादा में मोबाइल कनेक्टिविटी नहीं थी अब यह 6 प्रतिशत रह गई है।
रायपुर-धनबाद, रायपुर-विशाखापट्टनम कारीडोर से यहां की विकास की नयी गाथा लिखी जाएगी।
माइंस और मिनरल एक्ट बदले जाने के बाद छत्तीसगढ़ क अधिक पैसा मिला। 2014 में प्रदेश को 13 सौ करोड़ मिले थे, लेकिन 20-21 तक बढ़कर 2800 करोड़ रुपए रायल्टी मिलने लगी।
डीएमएफ राशि बढ़ी तो जिलों का विकास बढ़ा।
छग में 1 करोड़ 60 लाख से ज्यादा जनधन खाते खुले। इनमें गरीबों के 6 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा जमा हैं।
युवाओं को स्वरोजगार के लिए 40 हजार करोड़ रुपए से अधिक मदद दी गई है।
कोरोना काल में छत्तीसगढ़ के 2 लाख उद्यमियों को 5 हजार करोड़ रुपए की मदद दी।
60 हजार से ज्यादा रेहड़ी-पटरी वालों को नगद मदद दी गई।
मनरेगा में 25 हजार करोड़ रुपए की मदद दी।
आयुष्यमान योजना के तहत छग के 75 लाख लोगों को मदद की जा रही है।
आयुष्यमान कार्ड पूरे देश में कहीं भी मदद दिला सकता है।
विश्वास दिलाता हूं कि भारत सरकार छत्तीसगढ़ के हर व्यक्ति की मदद करती रहेगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ को 7600 करोड़ के कई योजनाओं की सौगात दी है। साइंस कॉलेज ग्राउंड के मंच से उन्होंने जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने राज्य में चलाए जा रहे केंद्र सरकार की योजनाओं के बारे में जानकारी दी। मंच पर भाजपा के कई मंत्री मौजूद रहे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा की बड़ी बातें
9 साल पहले छत्तीसगढ़ के 30 फीसदी गांवों से ज्यादा में मोबाइल कनेक्टिविटी नहीं थी अब यह 6 प्रतिशत रह गई है।
रायपुर-धनबाद, रायपुर-विशाखापट्टनम कारीडोर से यहां की विकास की नयी गाथा लिखी जाएगी।
माइंस और मिनरल एक्ट बदले जाने के बाद छत्तीसगढ़ क अधिक पैसा मिला। 2014 में प्रदेश को 13 सौ करोड़ मिले थे, लेकिन 20-21 तक बढ़कर 2800 करोड़ रुपए रायल्टी मिलने लगी।
डीएमएफ राशि बढ़ी तो जिलों का विकास बढ़ा।
छग में 1 करोड़ 60 लाख से ज्यादा जनधन खाते खुले। इनमें गरीबों के 6 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा जमा हैं।
युवाओं को स्वरोजगार के लिए 40 हजार करोड़ रुपए से अधिक मदद दी गई है।
कोरोना काल में छत्तीसगढ़ के 2 लाख उद्यमियों को 5 हजार करोड़ रुपए की मदद दी।
60 हजार से ज्यादा रेहड़ी-पटरी वालों को नगद मदद दी गई।
मनरेगा में 25 हजार करोड़ रुपए की मदद दी।
आयुष्यमान योजना के तहत छग के 75 लाख लोगों को मदद की जा रही है।
आयुष्यमान कार्ड पूरे देश में कहीं भी मदद दिला सकता है।
विश्वास दिलाता हूं कि भारत सरकार छत्तीसगढ़ के हर व्यक्ति की मदद करती रहेगी।