बिलासपुर : जिला पुलिस की संयुक्त टीम ने रेडी अन्ना आनलाइन सट्टा मामले में अन्तर्राज्यीय सटोरियों के गैंग का पर्दाफाश किया है। कार्यवाही के दौरान पुलिस ने बैंक अकांउट, रजिस्टर व सट्टा पट्टी से संबंधित अन्य सामान बरामद किया है। बरामद दस्तावेज में करोड़ो रूपयों का हिसाब किताब सामने आया है। पुलिस कप्तान रजनेश सिंह ने बिलासागुड़ी में पत्रकारों को बताया कि रेड्डी अन्ना पैनल में 100 से अधिक ऑनलाइन गेमिंग साइट हैं। कस्टमर को Cricket, football, Hockey, Aviator game, Casino, Horse Riding समेत अन्य साइट पर आनलाइन सट्टा खिलाया जाता है। आरोपियों से पूछताछ के दौरान जानकारी मिली कि ऑनलाइन गेमिंग ब्रांच श्रीलंका और मनाली से संचालित होता है। देश के बिहार, झारखंड, राजस्थान और छत्तीसगढ में स्थानीय ब्रांच से आनलाइन सट्टा को अंजाम दिया जाता है। लेकिन बिलासपुर में ब्रांच शुरू होते ही पुलिस ने आरोपियों को धर दबोचा है।
पुलिस कप्तान रजनेश सिंह ने बिलासागुड़ी में खुलासा किया कि बिलासपुर पुलिस टीम ने ऑनलाइन बैटिंग प्लेटफाॅर्म रेड्डी अन्ना का भांड़ा फोड़ा है। इसके पहले पुलिस को लगातार जानकारी मिली रही थी कि बिलासपुर और आस-पास के क्षेत्रों में ब्रांच कार्यालय खोलकर ऑनलाइन गेम सट्टा खिलाया जा रहा है।
दुबई ,कोलंबों और श्रीलंका से संचालन हो रहा है।
पुलिस टीम ने तत्काल एक्शन लेते हुए मुखबीर की सूचना पर सायबर सेल और सरकण्डा पुलिस की संयुक्त टीम ने रेड कार्यवाही को अंजाम दिया। कार्यवाही के दौरान दीपक यादव और संजय जायसवाल को हिरासत में लिया गया है। पूछताछ के दौरान आरोपियो ने बताया कि बिलासपुर ब्रांच का मुख्य संचालक विकास अग्रवाल है। दोनो विकास के साथ मिलकर दुबई हेड आफिस से संचालित बैटिंग एप ’’रेड्डी अन्ना’’ का पैनल हासिल करने वाॅट्सअप से संपर्क किया। जबकि विकास अग्रवाल श्रीलंका की राजधानी कोलंबो, मनाली में संचालित कर रहा था। कुछ दिन से विकास बिलासपुर में सट्टा को लेकर काम कर रहा था।
पांच लाख रूपया सीज
आरोपियों की जानकारी पर पुलिस ने ऑनलाइन सट्टा खिलाने के उपयोग आने वाले सामग्री बरामद किया है। इसके अलवा 20 से अधिक बैंक Account में 5 लाख रुपए से अधिक राशि होल्ड किया है। आरोपियों के पास से 2 रजिस्टर बरामद हुआ है। रजिस्टर में करोड़ो रूपयों की सट्टा का हिसाब किताब दर्ज है। पकड़े गए दोनो आरोपियो के खिलाफ धारा 6, 7 छत्तीसगढ जुआ प्रतिशेध अधि. 2022 के तहत अपराध दर्ज कर गिरफ्तार करने के बाद न्यायिक रिमाण्ड में भेजा गया है।
ऐसे किया जाता है संचालन
पुलिस कप्तान ने बताया कि अन्ना रेड़्डी पैनल गेमिंग का संचालन दुबई में बैठे हेड ऑफिस से किया जाता है। मुख्य संचालक से आरोपियों ने व्हाट्सएप नम्बर पर संपर्क किया। करीब 50 लाख में रेड्डी अन्ना का ब्रांच लेकर सटोरियों ने सट्टा खिलाना शुरू किया। टेलीग्राम के माध्यम से ब्रांच से कस्टर जु़ड़ते हैं। सट्टा खेलने वाले कस्टमर भारत के अलग अलग राज्यों से है। सभी कस्टमर ब्रांच के व्हाट्सएप नम्बर से संपर्क करते हैं। कस्टमर को ब्रांच से ID दिया जाता है। इसके बाद ही सभी कस्टर ऑनलाइन सट्टा में शामिल होते है। आरोपियों ने बताया कि मुनाफे का 65 प्रतिशत राशि हेड ऑफिस और 35 प्रतिशत राशि ब्रांच को मिलता है। ब्रांच के लेन देन में फर्जी सिम कार्ड और फर्जी बैंक अकाउंट संचालक उपलब्ध कराता है।
आरोपियों का पता ठिकाना
पुलिस कप्तान ने बताया कि दो आरोपियों को अलग अलग ठिकानों से पकड़ा गया है। जबकि मुख्य आरोपी अभी फरार है। जल्द ही पकड़ लिया जाएगा। पकड़े गए और फरार आरोपी का नाम इस प्रकार है।
1.दीपक यादव निवासी वार्ड न. 13 फाॅरेस्ट काॅलोनी बेलगहना, थाना कोटा बिलासपुर। 2. संजय जायसवाल निवासी बाजार पारा बेलगहना थाना कोटा बिलासपुर. 3. मुख्य आरोपी ब्रांच संचालक विकास अग्रवाल निवासी बेलगहना बिलासपुर..फरार
सटोरियों से बरामाद सामान
पुलिस कप्तान रजनेश सिंह ने बताया कि सटोरियों से श्रीलंका इमीग्रेशन का एक पासपोर्ट,4 लैपटॉप, 27 मोबाइल,170 से अधिक फर्जी सिम,7 बैंक पासबुक, 2 चेक बुक, 19 atm कार्ड, 20 से अधिक बैंक account में 5 लाख रूपये से अधिक की राशि जमा। 2 रजिस्टर जिसमें करोड़ो रूपयों का सट्टा का हिसाब किताब।