छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले से होकर बहने वाली इंद्रावती नदी में शुक्रवार की दोपहर नाव पलट गई। हादसा कोडेनार घाट में हुआ। लेकिन तेज लहरों की वजह से ग्रामीण बहते हुए मुचनार घाट तक पहुंच गए। हालांकि, किसी तरह से 3 लोग उसी समय तैरकर बाहर निकल गए। अन्य 4 ग्रामीण नदी के बीच स्थित झाड़ियों में फंसे रहे। करीब साढ़े चार घंटे बाद अन्य 4 लोगों को भी SDRF की टीम ने सुरक्षित निकाल लिया। वहीं नदी के दूसरे छोर पर मौजूद किसी ग्रामीण ने हादसे से पहले का वीडियो भी बना लिया।
ये सारे ग्रामीण इंद्रावती नदी पार के कोडेनार, कौशलनार समेत अन्य गांव के रहने वाले थे। जो शुक्रवार की सुबह लकड़ी की नाव से नदी पार कर बारसुर बाजार आए थे। यहां उन्होंने जरूरत का सामान खरीदा और फिर उसी नाव से नदी पार कर जा रहे थे। लेकिन इस बीच नदी के तेज बहाव में नाव बह गई। नाव में इंद्रावती नदी पार के राजकुमार, शोभी, मासा, मोतीराम, गंगू, लक्ष्मण औई साई सवार थे जो बह गए थे। हालांकि, अब सभी सुरक्षित हैं।उफनती नदी में लकड़ी की नाव से जा रहे थे ग्रामीण।
इंद्रावती नदी में नाव पलटी:3 ने तैरकर बचाई जान, तेज लहर में झाड़ी पकड़कर फंसे 4 ग्रामीणों का साढ़े 4 घंटे बाद रेस्क्यूदंतेवाड़ा17 मिनट पहलेदंतेवाड़ा जिले में इंद्रावती नदी में नाव पलटने से 7 लोग डूब गए हैं। – दंतेवाड़ा जिले में इंद्रावती नदी में नाव पलटने से 7 लोग डूब गए हैं।
छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले से होकर बहने वाली इंद्रावती नदी में शुक्रवार की दोपहर नाव पलट गई। हादसा कोडेनार घाट में हुआ। लेकिन तेज लहरों की वजह से ग्रामीण बहते हुए मुचनार घाट तक पहुंच गए। हालांकि, किसी तरह से 3 लोग उसी समय तैरकर बाहर निकल गए। अन्य 4 ग्रामीण नदी के बीच स्थित झाड़ियों में फंसे रहे। करीब साढ़े चार घंटे बाद अन्य 4 लोगों को भी SDRF की टीम ने सुरक्षित निकाल लिया। वहीं नदी के दूसरे छोर पर मौजूद किसी ग्रामीण ने हादसे से पहले का वीडियो भी बना लिया।
ये सारे ग्रामीण इंद्रावती नदी पार के कोडेनार, कौशलनार समेत अन्य गांव के रहने वाले थे। जो शुक्रवार की सुबह लकड़ी की नाव से नदी पार कर बारसुर बाजार आए थे। यहां उन्होंने जरूरत का सामान खरीदा और फिर उसी नाव से नदी पार कर जा रहे थे। लेकिन इस बीच नदी के तेज बहाव में नाव बह गई। नाव में इंद्रावती नदी पार के राजकुमार, शोभी, मासा, मोतीराम, गंगू, लक्ष्मण औई साई सवार थे जो बह गए थे। हालांकि, अब सभी सुरक्षित हैं।उफनती नदी में लकड़ी की नाव से जा रहे थे ग्रामीण।उफनती नदी में लकड़ी की नाव से जा रहे थे ग्रामीण।
दोपहर करीब 1 से 1:30 बजे के बीच 7 ग्रामीण कोडेनार घाट पहुंचे। यहां लकड़ी की नाव पर सवार हुए और उफनती इंद्रावती नदी को पार करने निकले। इस बीच जैसे ही नाव नदी के बीच पहुंची तो तेज बहाव की वजह से पलट गई। हादसे में सारे लोग बह गए। हादसा कुड़ी न घाट पर हुआ और करीब 1 किलोमीटर दूर तक सभी ग्रामीण बहते गए।हादसा देखकर कोडनार में मौजूद ग्रामीणों ने मुचनार घाट पर मौजूद लोगों को इसकी जानकारी दी। यहां करीब 1:45 से 1:50 के बीच 4 ग्रामीण नदी के बीच पेड़ में फंसे हुए दिखे। इसी बीच एक ग्रामीण सबसे पहले बाहर आया। अन्य 2 लोग लापता थे। वहीं घाट पर मौजूद लोग 2 से 2:30 बजे के आस-पास घाट से निकलकर बारसुर में नेटवर्क इलाके में पहुंचे। फिर इस हादसे की खबर पुलिस और प्रशासन की टीम को दी।फिर करीब 3 से 3:15 के बीच SP गौराव राय, SDM अभिषेक तिवारी समेत प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंच गया। हालांकि, SDRF की टीम को मौके पर पहुंचने में वक्त लगा। फिर करीब 4 बजे के आस-पास SDRF की टीम मौके पर पहुंची। इस टीम में कुल 5 सदस्य थे। 4:30 को यह टीम रेस्क्यू करने के लिए इंद्रावती नदी पर उतरी। नदी के बीच में फंसे ग्रामीणों को 2 राउंड में दूसरे छोर पर छोड़ा गया। रेस्क्यू करने में करीब 45 मिनट का जक्त लग गया। जिसके बाद शाम फिर 5 से 5:30 बजे के बीच यह टीम लौट आई।
BJP जिला अध्यक्ष बोले- प्रशासन के पास व्यवस्था नहीं
इस मामले की जानकारी मिलते ही दंतेवाड़ा के भाजपा के जिला अध्यक्ष चैत्र मातमी भी मौके पर पहुंच गए करीब 4:30 घंटे तक चार जिंदगियां जिंदगी और मौत की बीच फंसी रही रेस्क्यू करने में काफी वक्त लगा। मानसून के समय प्रशासन को अलर्ट मोड पर रहना चाहिए।
SDM बोले- सभी सुरक्षितSDM अभिषेक तिवारी ने बताया कि, मामले के बारे में जानकारी मिलते ही हम मौके पर पहुंच गए थे। हमें 4 लोगों के फंसे होने की जानकारी मिली थी। जब मौके पर पहुंचे तब करीब सात लोगों की जानकारी मिली। एक ने खुद तैयार कर अपनी जान बचा ली थी। कुछ देर बाद पता चला था कि दो और लोग सुरक्षित बाहर निकल चुके हैं। चार लोग झाड़ियां में फंसे थे, जिन्हें भी बचा लिया गया है।