जुमे का नमाज़ पढ़ने का सवाब
नबी-ए-करीम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फरमाया-“जो आदमी अल्लाह और कियामत पर ईमान रखता है उस पर जुमे के दिन जुमा फ़र्ज़ है मगर रोगी, मुसाफ़िर और औरत और नाबालिग लड़के व गुलाम पर फर्ज़ नहीं।(दारकुतनी…
नबी-ए-करीम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फरमाया-“जो आदमी अल्लाह और कियामत पर ईमान रखता है उस पर जुमे के दिन जुमा फ़र्ज़ है मगर रोगी, मुसाफ़िर और औरत और नाबालिग लड़के व गुलाम पर फर्ज़ नहीं।(दारकुतनी…
मुझको पहली बार दनियावां (पटना के पास एक जगह) में मरनी (मौत) पर नाचने के लिए बुलाया गया था. मैं शॉक में थी कि भला मरनी पर कौन सा नाच होता है. लेकिन वहां लोगों…
मृत जिस्म इंसानों की थी। गोलियां लोहे की थी, यदि गोलियां पुलिस ने नही चलाई तो किसके हाथों की उंगलियों ने ट्रीगर दबाया ? इस कत्लों गारत के पीछे आखिर किसका हाथ है ? 22…
"शेख अंसार की कलम से" सरकारी लापरवाही और अनदेखीपन से मौत के सिलसिले ने बच्चों के स्कूल को श्मशान बना देता है, कोरोनाकाल में गंगा की लहरों में लाशें तैरती है, गोरखपुर के बाबा राघव…
"शेख अंसार की कलम से" महाराष्ट्र के एक चुनावी सभा को गृहमंत्री अमीत शाह सम्बोधित कर रहे थे। बोलते - बोलते अचानक से माननीय गृहमंत्री मंच के सामने बैठे किसी श्रोता के खड़े होने पर…
"शेख अंसार की कलम से" ज़मानत नियम है जेल अपवाद। इस न्यायिक जुमले को सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य आसंदी से मुख्य न्यायाधीश, किसी खाप पंचायत के चौधरी की तरह देश भर की अदालतो की तरफ…
शेख अंसार की कलम से… उमर खालिद के केस ने उक्त विधिवाक्य को सर के बल कुछ ऐसा खड़ा कर दिया कि, जेल नियम है ज़मानत अपवाद ! दिल्ली पुलिस ने अपने 40 पन्नों की…
*लेख शेख अंसार की कलम से* नकली दवाई का कारोबार हिन्दू - मुसलमान ही नही देश के खिलाफ है, देश की मासूम जिन्दगियों के खिलाफ जानलेवा है। दवा माफिया विजय गोयल आगरा के औद्योगिक क्षेत्र…
शेख अंसार की कलम से तिहाड़ जेल - 1956 में बने इस जेल का नाम तिहाड़ इसलिए पड़ा क्योंकि यह दिल्ली के करीब तिहाड़ गांव में बनाया गया है। यह केवल भारत नहीं बल्कि एशिया…
*शेख अन्सार की कलम से…* यह मेरा मनोभाव, मनोदशा या मन:स्थिति नही है, अपितु संवैधानिक जनित नियमों - प्रावधानों का प्रतिफलन है। यह विश्लेषणपूर्ण निष्कर्ष केवल मेरे ही पास है ऐसा भी नही है, यह…
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