मई दिवस अमर रहे !काम के घण्टे आठ करो, आन्दोलन की अमेरिका में शुरूआत !!*
वह संघर्ष जिससे मई दिवस का जन्म हुआ, अमेरिका में 1884 में काम के घण्टे आठ करो, आन्दोलन से शुरू हुआ। अपने संघर्ष के दौरान मज़दूर वर्ग ने बहुत से नायक पैदा किये है। मज़दूर…
वह संघर्ष जिससे मई दिवस का जन्म हुआ, अमेरिका में 1884 में काम के घण्टे आठ करो, आन्दोलन से शुरू हुआ। अपने संघर्ष के दौरान मज़दूर वर्ग ने बहुत से नायक पैदा किये है। मज़दूर…
कोविशील्ड वैक्सीन से 'टीटीएस' का खतरा, जानिए क्या होती है ये दिक्कत-कैसे करें इसकी पहचान? कोविड वैक्सीन निर्माता कंपनी एस्ट्राजेनेका ने स्वीकार किया है कि दुर्लभ मामलों में कुछ लोगों में टीके के दुष्प्रभाव हो…
*इतिहास हमें बताती है, कि चुनाव पांचसाला रस्म है, असली लड़ाई की उम्मीदवार जनता की कमेटियां होती है, जो अंतिम और फैसलाकुन लड़ाईयां लड़ती है ! गुजरात के सूरत लोकसभा क्षेत्र के कांग्रेस प्रत्याशी नीलेश…
भारत का लोकतांत्रिक सूरत क्या बदसूरत हो जायेगा ? यह तो अकाट्य सच्चाई है, कि किसी भी सूरत का निर्माण सिरत से ही होता है।* देश के सिरत के सूरत - ए - हाल पर…
भारत के राजनीतिक धरातल से लेकर क्षितिज तक सबकी कमीज से मेरी कमीज सबसे उजली, सबसे मसाफ दिखाने के लिए सत्ता प्रतिष्ठान हर जायज़ - नाजायज़ कदम उठा रहा है। भ्रमित राजा कमीज उजली दिखाने…
छत्तीसगढ़ डिस्टलरी कुम्हारी के 15 श्रमिक पत्थर खदान के गहरे गड्ढे में बस सहित गिरने से काल कवलित हो गये ! कुम्हारी की तीन बहनों की जाने गयी।अमूमन कुम्हारी के श्रमिक स्थानीय होने की वजह…
ऐ इमान वालो!फ़र्ज़ किये गये तुम पर रोज़े जैसे फ़र्ज़ किया गया था तुमसे अगलों पर ताकि तुम परहेज़गार हो जाओ (सूर: बकरा आयत 183)रोज़े को अरबी में "सौम" कहते हैं।हज़रत अबू हुरैरा रज़ी अल्लाहू…
नाव का रीजन है। होली का सीजन है। होली के रंग हैं, होली की भंग है, तरंग है! सत्ता के पास ‘गुलाल’ है, विपक्ष के पास सिर्फ ‘मलाल’ है, इसीलिए उसकी बिगड़ी चाल है! एक…
लोकसभा चुनाव के लिए 19 अप्रैल को पहले फेज की वोटिंग होनी है. इसके तहत कुल 102 सीटों पर वोट डाले जाएंगे. इसमें उत्तर प्रदेश की मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट भी शामिल है. बुधवार (27 मार्च)…
اللَّهُمَّ إِنِّي أَسْتَخِيْرُكَ بِعِلْمِكَ، وَأَسْتَقْدِرُكَ بِقُدْرَتِكَ، وَأَسْأَلُكَ مِنْ فَضْلِكَ العظِيمِ, فَإِنَّكَ تَقْدِرُ وَلَا أَقْدِرُ, وَتَعْلَمُ وَلَا أَعْلَمُ, وَأَنْتَ عَلَّامُ الْغُيُوبِ, اللَّهُمَّ إنْ كُنْتَ تَعْلَمُ أَنْ هَذَاالأَمْرَ - ويُسَمِّي حَاجَتَه - خَيْرٌ لِي فِي دِينِي وَمَعَاشِي…
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