छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ईडी की छापेमारी पर केंद्र सरकार को घेरा है.
भूपेश बघेल ने कहा, ”छत्तीसगढ़ में यही कोशिश हो रही है कि सरकार को किस तरह से दबाया जाए. फिर चाहे नेता हो, कार्यकर्ता हों या कोई अधिकारी. ये सिलसिला जुलाई 2020 से शुरू होता है. झारखंड चुनाव में हार के बाद से इसकी शुरुआत हुई.”
ईडी ने बुधवार को बघेल के राजनीतिक सलाहकार विनोद शर्मा के घर पर छापेमारी की थी.
बघेल ने कहा, ”ईडी जाती है तो आईटी आती है. आईटी जाती है तो ईडी आती है. जितना ये लोग छापेमारी करेंगे, इतना उनकी सीट घटेगी. ऐसा ही करते रहेंगे तो इनकी 13 सीटें भी नहीं बचेंगी.
बघेल बोले, ”हम छत्तीसगढ़ के लोग हैं. हम ना मरने से डरते हैं और ना जेल जाने से डरते हैं.
भूपेश बघेल के राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा ने भी अपना पक्ष रखा.
विनोद वर्मा ने कहा, ”मेरे घर में कल डकैती हुई है, लूट हुई है. ईडी ने मुझे प्रताड़ित किया है. ईडी ने जो सोना बरामद किया उसे मैंने 2005 में खरीदा था. मैंने सभी बिल दिए हैं. इसके बाद भी ईडी सारे गहने जब्त करके ले गई है.”
विनोद वर्मा ने प्रेस कान्फ्रेंस में कहा, ”ईडी ने मुझे कागज दिया, उसमें सारा विवरण में है, ईडी ने आईपीसी को नए सिरे से परिभाषित किया है. ईडी की मंशा क्या है, ये उजागर हुई है.