छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा और बीजापुर जिलों के सीमावर्ती इलाके में आज सुबह सुरक्षा बलों के साथ हुई मुठभेड़ में 9 कथित माओवादियों की मौत हो गई.
सीआरपीएफ के एक अधिकारी के अनुसार, मंगलवार 3 सितंबर की सुबह डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड और केंद्रीय रिजर्व सुरक्षाबलों की साझा टीम नक्सल विरोधी अभियान पर निकली थी.
दंतेवाड़ा और बीजापुर के सीमावर्ती इलाके लोहागांव पीडिया के जंगलों में 3 सितंम्बर सुबह लगभग 10:30 बजे मुठभेड़ शुरू हुई थी.
मामले पर विस्तृत जानकारी देते हुए दंतेवाड़ा जिले के पुलिस अधीक्षक गौरव राय ने बताया, “2 सितंबर को एंड्री, पुरंगल जो कि थाना किरंदुल के अंतर्गत आता है, वहां पर पश्चिम बस्तर डिवीजन, दरभा डिवीजन और पीएलजीए कंपनी नंबर दो के माओवादियों के होने की जानकारी मिली थी. इस सूचना के बाद बस्तर फाइटर की टीम, डीआरजी एवं सीआरपीएफ की टीम के साथ ज्वाइंट ऑपरेशन लॉन्च किया गया था.”
दंतेवाड़ा पुलिस ने एक बयान में कहा, 3 सितंबर को जब सुरक्षाबलों ने घेराबंदी की तो माओवादियों के तरफ से गोलिबारी चालू हो गई जिसकी जवाबी कारवाई में 9 वर्दीधारी माओवादियों की मृत्यु हुई है”.
पुलिस ने आगे बताया कि मौक़े से भारी मात्रा में एसएलआर, 303 राइफल और 315 बोर राइफल सहित अन्य हथियार एवं नक्सल सामग्री भी बरामद की गई है.
जनवरी 2024 से अब तक छत्तीसगढ़ में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में 140 से भी अधिक माओवादी मारे गए है.
इनमें से 130 से अधिक माओवादियों की मौत बस्तर संभाग में हुई है.