किडनी ट्रांसप्लांट के बाद भारत लौटे राष्ट्रीय जनता दल अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने महागठबंधन की बैठक को ऑनलाइन संबोधित कर जो तेवर दिखाए थे, उससे ही लग रहा था कि बिहार फिर देश की राजनीति का केंद्रबिंदु बनेगा। विपक्षी एकता के लिए 23 जून को होने वाली बैठक में लालू की सक्रियता खुलकर सामने आ रही है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी विपक्षी एकता के लिए बुलाई गई बैठक के लिए पटना आईं तो राजद अध्यक्ष से मिलने पहुंच गईं। मिलने के बाद उन्होंने लालू की सेहत और जज्बे पर खुलकर चर्चा की।
क्या कहा ममता बनर्जी ने, क्या संदेश है इसका
ममता बनर्जी ने कहा- “लालू प्रसाद देश में काफी सीनियर लीडर हैं। वे बहुत दिन जेल में थे। उनकी तबीयत ठीक नहीं थी। लेकिन, आज उनसे बात कर लगा कि लालूजी अभी भी बहुत तगड़े हैं और बीजेपी से लड़ सकते हैं।” ममता बनर्जी ने पुराने दिनों की याद भी ताजा की। उन्होंने बताया- “एक दिन लालूजी संसद में भाषण दे रहे थे रहे थे। हम भी तब एमपी थे। प्याज-आलू का भाव बढ़ गया था। लालूजी बोल रहे थे, तब हमने कहा- राबड़ीजी का भाव क्या है? लालू जी ने कहा कि सबसे ज्यादा भाव है राबड़ीजी का।” पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने विपक्षी दलों की शुक्रवार को होने वाली बैठक के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा कि हम लोग इकट्ठा हो रहे हैं। एक साथ लड़ेंगे। वन इज टू वन लड़ेंगे।
ममता बोलीं- मैं लालू प्रसाद यादव की काफी इज्जत करती हूं
राजद सुप्रीमो से मिलने के बाद कांग्रेस और सीपीएम के साथ लड़ने के सवाल पर ममता बनर्जी ने कहा कि विपक्षी एकता की मीटिंग के बाद जो तय होगा, वैसा ही किया जाएगा। ममता बनर्जी ने कहा कि मुझे बिहार आकर काफी अच्छा लगता है। मैं जनता को धन्यवाद देती हूं। बिहार का नालंदा विश्वविद्यालय और यहां की मिठाई को काफी पसंद करती हूं। मैं लालू प्रसाद यादव की काफी इज्जत करती हूं। वह देश के सबसे सीनियर लीडर में से एक हैं। बहुत दिन जेल में रहे। हॉस्पिटल में रहे। उनकी तबीयत भी ठीक नहीं लगी। आज उनसे मिलकर लगा कि लालू जी का स्वास्थ्य काफी अच्छा है। अभी वह बहुत दिन भाजपा से लड़ सकते हैं। उनसे मिलकर काफी अच्छा लगा।