लेटरल एंट्री से नियुक्ति रद्द होने पर चिराग पासवान का विपक्ष पर पलटवार

लेटरल एंट्री से नियुक्ति रद्द होने पर चिराग पासवान का विपक्ष पर पलटवार

केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री चिराग पासवान ने संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) के लेटरल एंट्री के माध्यम से नियुक्ति करने के विज्ञापन रद्द करने का स्वागत किया है.

लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने मंगलवार को कहा, ”केंद्र सरकार ने अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एससी) और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की है.”

उन्होंने पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा, ”मैं लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देता हूं. सरकार ने मिसाल कायम की है. उम्मीद है कि भविष्य में सरकारें लोगों की भावनाओं का ध्यान रखेंगी.’’

विपक्षी दलों को लेकर क्या कहा?

मामले को लेकर केंद्र सरकार की आलोचना कर रहे विपक्षी दलों को भी चिराग पासवान ने जवाब दिया है.

उन्होंने कहा, ”विपक्ष हम पर उंगली उठाता है तो उन्हें ये याद रखना चाहिए कि तीन उंगलियां उनकी तरफ़ भी उठती हैं. इन दलों ने सरकार में रहते हुए एससी, एसटी और ओबीसी के लिए आरक्षित पदों पर भर्ती क्यों नहीं सुनिश्चित की?”

चिराग पासवान ने कहा, “हमारी सरकार तो 10 साल से सत्ता में है, लेकिन फिर भी विपक्ष एनडीए की आलोचना सेलेक्टिव हो कर रहा है. पश्चिम बंगाल में हुए ट्रेनी डॉक्टर की रेप के बाद हत्या को मामले को लेकर विपक्ष चुप्पी साधे हुए है.”

यूपीएससी ने मंगलवार को केंद्र सरकार के कहने पर लेटरल एंट्री से भर्ती का विज्ञापन वापस ले लिया था. कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों के केंद्र सरकार को घेरने के बीच यूपीएससी ने ये निर्णय लिया था.

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