कांग्रेस पार्टी ने आम आदमी के प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर विपक्षी एकता को खंडित करने का आरोप लगाया है.
कांग्रेस महासचिव अजय माकन ने कहा, “अरविंद केजरीवाल की बीजेपी के साथ सांठगांठ है. वह भ्रष्टाचार में लिप्त हैं और जेल नहीं जाना चाहते. उनके दो दोस्त (सत्येंद्र जैन और मनीष सिसोदिया) पहले से ही जेल में हैं और अब केजरीवाल भी बस गिरफ़्तार होने वाले हैं.”
बीते दिनों पटना में विपक्षी पार्टियों के जुटान में अरविंद केजरीवाल के रवैये पर सवाल उठाते हुए माकन बोले, ”केजरीवाल विपक्षी एकता को मज़बूत करने के प्रयासों के लिए पटना नहीं गए थे. बल्कि उनका इरादा इसमें बाधाएं पैदा करना था. उनका उद्देश्य इस एकता को तोड़ना है.”
आम आदमी पार्टी ने दिया जवाब
पार्टी की प्रमुख प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने अजय माकन के आरोपों पर पलटवार करते हुए कुछ सवाल उठाए हैं.
अपने ट्वीट में आप नेता ने लिखा कि कांग्रेस नेताओं के अरविंद केजरीवाल के ख़िलाफ़ अनेक बयान हैं.
पिछले 30 साल से कांग्रेस गुजरात में भाजपा को क्यों नहीं हरा पायी, क्या इसका दोष भी केजरीवाल जी को देंगे?
आसाम, नगालैंड, पुडुचेरी, त्रिपुरा, मेघालय, सिक्किम, मणिपुर, अरुणाचल में आम आदमी पार्टी चुनाव नहीं लड़ी फिर क्यों वहाँ कांग्रेस हार गई?”
आप नेता का राहुल गांधी पर निशाना
इससे पहले आम आदमी पार्टी की प्रमुख प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने ट्वीट कर राहुल गांधी को विपक्षी खेमे पर बोझ बताया था.
उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, “अगर देश को बचाना है तो कांग्रेस को यह घोषणा करनी होगी कि वह तीसरी बार राहुल गांधी पर दांव नहीं लगाएगी और विपक्षी दलों पर उनके नेतृत्व को स्वीकार करने के लिए दबाव नहीं बनाएगी.”
क्या है पूरा मामला?
असल में अरविंद केजरीवाल केंद्र सरकार के अध्यादेश को लेकर कांग्रेस की चुप्पी से नाराज़ हैं. पटना में विपक्षी एकता की बैठक के बाद इस बात से नाराज़ अरविंद केजरीवाल बिना प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल हुए निकल गए थे. बाद में पार्टी ने अपने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म पर बयान जारी कर कहा कि अगर कांग्रेस का अध्यादेश पर यही रुख रहा तो आम आदमी पार्टी का ऐसे किसी भी गठबंधन में शामिल होना लेना मुश्किल होगा.