कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मंगलवार को केंद्र की मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि वो विपक्ष को संसद में बोलने नहीं दे रहे हैं.
खड़गे ने कहा कि संसद में उनका माइक बंद करके सरकार उनका ‘अपमान’ कर रही है.
उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार संसद में विपक्षी पार्टियों को डराने-धमकाने की कोशिश कर रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि देश में लोकतंत्र की जगह ‘तानाशाही और हिटलरशाही’ ने ले ली है.
खड़गे ने कहा कि राज्यसभा में विपक्ष के नेता होने के बावजूद उन्हें बोलने नहीं दिया जा रहा है और संसद में उनका अपमान हो रहा है.
उन्होंने कहा कि सरकार विपक्ष के साथ कितना भी अन्याय कर ले लेकिन वो सत्तारूढ़ व्यवस्था के ख़िलाफ़ लड़ते रहेंगे और 2024 में उनको हराकर दिखाएंगे.
राज्यसभा की सदस्य रजनी पाटिल का बीते सत्र में हुए निलंबन का हवाला देते हुए खड़गे ने कहा कि एक सत्र के लिए उन्हें निलंबित किया गया था लेकिन जारी इस सत्र में भी इसको हटाया नहीं गया.
उन्होंने कहा, “यह कैसा लोकतंत्र है, यह तो तानाशाही है.”
विजय चौक पर विपक्ष के बाक़ी नेताओं के साथ उन्होंने पत्रकारों से कहा, “मैं कहूंगा यह हिटलरशाही है. जिस तरह से संसद चल रही है उसे देखकर मुझे दुख होता है.”