मणिपुर और असम की सीमा के पास जिरी नदी में शुक्रवार को एक महिला और दो बच्चों के शव मिलने के बाद एक बार फ़िर से मणिपुर में हिंसा भड़क गई है.
मणिपुर में शनिवार को भीड़ ने इंफ़ाल घाटी के कई विधायकों और मंत्रियों के घरों पर हमला कर दिया था. भीड़ ने कई गाड़ियों को भी आग के हवाले कर दिया.
मणिपुर की स्थिति पर लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने एक एक्स पोस्ट के ज़रिए प्रतिक्रिया ज़ाहिर की है.
उन्होंने लिखा, “हाल ही में मणिपुर में हुई हिंसक झड़पों और लगातार हो रहे खून-ख़राबे ने गहरी चिंताएं पैदा कर दी हैं.एक साल से अधिक समय तक विभाजन और पीड़ा के बाद, हर भारतीय की यह आशा थी कि केंद्र और राज्य सरकारें सुलह के लिए हर संभव प्रयास करेंगी और कोई समाधान निकालेंगी.”
राहुल गांधी ने कहा, “मैं प्रधानमंत्री से एक बार फिर मणिपुर आने और क्षेत्र में शांति और सुधार की दिशा में काम करने का आग्रह करता हूं.”
इंफाल वेस्ट के पुलिस अधीक्षक मेघचंद्रा ने भी बताया है कि इंफ़ाल घाटी में भीड़ ने हिंसा की है.