नगरनार एक ऐसा प्लांट है जिससे बस्तर के लोग इमोशनली जुड़े हुए, क्योंकि पिछले 20 सालों से बस्तर की जनता को इस प्लांट से बड़ी उम्मीदें हैं, लेकिन ख़बर ये हैं कि उद्घाटन से पहले ही इसे खरीदने वाले बस्तर आने-जाने लगे हैं। जिस पर आज सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि ये जनता की भावना से खिलवाड़ है तो बीजेपी का कहना है बस्तर की चिंता कांग्रेस न करें। दोनों दलों के अपने-अपने दावे हैं पर हकीकत क्या है।
बस्तर में लगभग 25 हजार करोड़ की लागत से तैयार नगरनार स्टील प्लांट की केन्द्र सरकार नीलामी करने जा रही है। नीलामी में शामिल पांच कंपनियां प्लांट का निरीक्षण भी कर चुकी है। अब तक नगरनार स्टील प्लांट का उद्घाटन नहीं किया गया है। संभावना है कि आगामी छत्तीसगढ़ दौरे पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उद्घाटन कर सकते है। अब नगरनार स्टील प्लांट की नीलामी प्रक्रिया से कांग्रेस आक्रामक हो गई है। आगामी विधानसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ कांग्रेस के लिए यह एक बड़ा मुद्दा बन रहा है। कारण इससे पहले जब नगरनार स्टील प्लांट की विनिवेशीकरण की खबरें तीन साल पहले आयी थी। तब विधानसभा में कांग्रेस सरकार ने संकल्प पारित कर इसे खरीदने की बात कही थी। लेकिन अब केन्द्र सरकार की नीलामी प्रक्रिया से राज्य सरकार के लिए यह रास्ता भी बंद हो गया है। वहीं अरुण साव ने कहा है कि बीजेपी जो भी निर्णय लेगी वो आदिवासियों के हित में होगी।
आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनाव के लिए छत्तीसगढ़ में भाजपा को घेरने कांग्रेस को यह बड़ा मुद्दा मिल गया है। जिसे कांग्रेस आदिवासियों की भावनाओं से जोड़ दिया है। ऐसे में अब देखना होगा कि केन्द्र सरकार नीलामी की यह प्रक्रिया चुनाव से पहले पूरी कर लेगी या बाद में?