रायपुर। मनी लॉन्ड्रिंग मामले में अब हवाले की भी एंट्री हो गई है। ईडी की टीम ने नेहरु नगर भिलाई, राजधानी के शैलेन्द्र नगर,और सदर में नाहटा बिल्डिंग में दबिश दी है। इसमें नेहरु नगर के ठिकाने पर तो ईडी सशस्त्र महिला जवानों को साथ लिया है। बता दे कि नेहरु नगर के हवाला और शराब कारोबार के निकटवर्ती की पत्नी ने ईडी के खिलाफ कोर्ट में याचिका लगाई है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ED ने अपनी जांच शुरू की तो पता चला कि छतीसगढ़ में इंडस्ट्री एंड कॉमर्स डिपार्टमेंट में ज्वॉइंट सेक्रेटरी अनिल टूटेजा इस पूरे नेटवर्क को अनवर ढेबर के साथ मिलकर चला रहा है. इन दोनों के राज्य के बड़े नेताओं और दूसरे सीनियर अधिकारियों के साथ काफी नजदीकी संबध हैं, जिसकी वजह से ये नेटवर्क बिना रो-टोक चल रहा था. अनवर ढेबर इस पूरे अवैध रिश्वत का मुख्य कलेक्शन एजेंट था जो खुद और अनिल टूटेजा के लिए 15 फीसदी हिस्सेदारी रख बाकी दूसरे लोगों के लिए रखता था.इसमें राज्य के नेता और अधिकारी शामिल हैं.
इनकम टैक्स को छापेमारी में सबूत मिले थे कि राज्य में बड़े नेताओं, सरकारी अधिकारी और कुछ प्राइवेट लोगों की मिलीभगत से बड़ा अवैध रिश्वत का कारोबार चल रहा है. ये कारोबार 2 हजार करोड़ से ज्यादा का है और राज्य के कई विभागों तक फैला हुआ है. यही वजह है कि रोजाना की कलेक्शन के लिए बकायदा डाटा मैनेज किया जा रहा था और एक्सेल शीट पर आपस में वॉट्सऐप पर शेयर किया जा रहा था, जिसे इनकम टैक्स ने अपनी छापेमारी में पकड़ा.