ईडी ने बिहार के कथित ‘नौकरी के बदले ज़मीन’ मामले में बयान जारी किया है.
इस बयान के मुताबिक़ 8 जनवरी को ईडी ने सुप्रीम कोर्ट में प्रिवेंशन ऑफ़ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत अमित कत्याल, राबड़ी देवी, मीसा भारती, हृदयानंद चौधरी सहित दो कंपनियों के ख़िलाफ़ प्रॉसिक्यूशन कंप्लेन डाली थी जिसपर 27 जनवरी को कोर्ट ने संज्ञान लिया.
इसके बाद 9 जनवरी को अभियुक्तों को पेश होने को कहा गया.
ईडी ने अपने बयान में कहा है, “ ईडी ने इस मामले में सीबीआई की एफ़आईआर पर भी जांच शुरू कर दी है.आरोप है कि तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने रेलमंत्री रहते हुए 2004-09 के बीच ग्रुप डी की नौकरी के बदले जमीन लेने के भ्रष्टाचार में शामिल रहे. इस मामले में सीबीआई चार्जशीट दायर कर चुकी है.”
सोमवार को लालू यादव से ईडी ने लगभग नौ घंटे तक पूछताछ की.
सोमवार को लगभग 11 बजे वो ईडी के पटना स्थित कार्यालय पहुंचे और नौ घंटे से अधिक समय तक चली पूछताछ के बाद वह रात लगभग नौ बजे पर अपने आवास के लिए रवाना हुए.
लालू यादव जब ईडी दफ्तर पहुंचे तो वहां बड़ी संख्या में पार्टी के कार्यकर्ता मौजूद रहे. लालू यादव के साथ उनकी बेटी और आरजेडी सांसद मीसा भारती भी पहुंची थीं.
मीसा भारती ने मीडिया से बात करते हुए कहा- “ सत्ता मैं बैठे लोग विपक्ष के लोगों को एजेंसियों के ज़रिए निशाना बना रहे हैं. ये सब चुनाव के डर से हो रहा है.”