टेक अरबपति एलन मस्क का कहना है कि उनकी कंपनी न्यूरालिंक ने पहली बार किसी इंसान में अपना एक वायरलेस ब्रेन चिप सफलतापूर्वक इंप्लांट कर दिया है.
उन्होंने कहा है किप्रारंभिक नतीजे में बेहतर न्यूरॉन स्पाइक्स का पता चला है और जिसमें लगाया गया है वो मरीज अच्छी तरह से रिकवर कर रहा है.
कंपनी का कहना है कि वह चाहती है कि मानव मस्तिष्क को कंप्यूटर से जोड़ा जाए ताकि वह जटिल न्यूरोलॉजिकल बीमारियों से निपटने में मदद मिले.
मस्क की कंपनी को बीते साल मई में एफडीए नेइंसानों पर चिप की टेस्टिंग करने की अनुमति दी थी.
इससे पहले एक बाल से भी पतले इस चिप को रोबोट पर इस्तेमाल किया गया है, छह साल तक कंपनी ने इस चिप पर काम किया है.इस चिप को मस्तिष्क के उस हिस्से में लगाया गया है जो ‘मूवमेंट इंटेंशन’ को कंट्रोल करता है.
न्यूरालिंक अकेली ब्रेन चिप बनाने वाली कंपनी नहीं है, उसकी प्रतिद्वंद्वी कंपनियों की बात करें तो उन्होंने पहले ही अपने डिवाइस ब्रेन में इंप्लांट कर दिए हैं.