छत्तीसगढ़ के शिवालयों में महाशिवरात्रि की धूम है। विश्व के सबसे बड़े शिवलिंग गरियाबंद में स्थित भूतेश्वर मंदिर, रायपुर के बूढ़ेश्वर मंदिर, हटकेश्वर मंदिर के साथ सभी शिवालयों में 8 मार्च को महाशिवरात्रि पर सुबह से दर्शन और जलाभिषेक करने श्रद्धालु उमड़े। बूढ़ेश्वर महादेव मंदिर में सुबह चार से 6.30 बजे पंचामृत अभिषेक व भस्म आरती के साथ महाशिवरात्रि की शुरुआत हुई। सर्वार्थसिद्धि, शिव योग और शुक्र प्रदोष व्रत के संयोग में मनाई जाने वाली महाशिवरात्रि पर भोलेनाथ की बरात निकाली जाएगी। भूत, प्रेत के साथ देवगण का रूप धारण कर युवा बरात में शामिल होंगे।
महाशिवरात्रि के दिन पहले करें ये काम
Mahashivratri 2024: शिव जी की पूजा करने से पहले आपको नित्य कर्मों से निवृत होकर स्नान कर साफ वस्त्र धरण करने चाहिए। सबसे पहले गणेश जी को प्रणाम करें। इसके बाद पूजा स्थल पर भगवान शिव और माता पार्वती के साथ नंदी की तस्वीर या मूर्ति स्थापित करनी चाहिये। आप मिट्टी से भी शिवलिंग सहित शिव परिवार की रचना कर सकते हैं। यदि घर में शिवलिंग है तो मिट्टी के पात्र या तांबे के लोटे में जल भरकर शिवलिंग का जलाभिषेक करना चाहिए।