छत्तीसगढ़: भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष और आरंग के पूर्व विधयाक नवीन मारकण्डेय ने पंडित रविशंकर विश्वविद्यालय से पीएचडी की डिग्री अर्जित कर ली है। उन्होंने प्रोफेसर सुभाष चन्द्राकर के मार्गदर्शन में राजनीति विज्ञान अंतर्गत “छत्तीसगढ़ विधानसभा में विधायकों की भूमिका एवं राजनैतिक व्यवहार (चतुर्थ विधानसभा का एक अध्ययन) विषय पर अपना शोध पूर्ण किया।
अत्यंत साधारण कृषक परिवार से आने वाले मारकण्डेय पेशे से उच्च न्यायालय में अधिवक्ता तथा छत्तीसगढ़ भाजपा में अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं। विद्यार्थी जीवन से वे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में शामिल हो गए तथा पूर्णकालिक कार्यकर्ता के रूप में सक्रियता से विभिन्न दायित्वों का निर्वहन किया। वर्ष 2013 में आरंग विधानसभा से विधायक निर्वाचित हुए। मारकण्डेय इंडियन पॉलिटिकल साइंस एसोसिएशन के भी सदस्य हैं तथा इस संस्थान द्वारा देश के विभिन्न स्थानों पर आयोजित कॉन्फ्रेंस में भाग लेकर नियमित रूप से अपना शोधपत्र प्रस्तुत करते हैं।
वर्ष 2022 में इस संस्थान के 59 वें कॉन्फ्रेंस में जो कि यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी मेघलाय में आयोजित थी में मारकण्डेय ने “राष्ट्रीय राजनीति में क्षेत्रीय आकांक्षाएं” विषय पर अपना शोधपत्र प्रस्तुत किया था। वर्ष 2018 में केरल राज्य विधानसभा द्वारा आयोजित सेमिनार में मारकण्डेय ने “मौलिक अधिकार के साथ मौलिक कर्तव्य भी” विषय पर सभा को संबोधित किया था। राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार रामनाथ कोविंद के प्रस्तावक बनाए गए थे।
भाजपा संगठन में अत्यंत सक्रिय मारकण्डेय को वर्ष 2014 व 2015 में लगातार दो बार अखिल भारतीय राष्ट्रीय छात्र संसद, पुणे द्वारा आयोजित राष्ट्रीय स्तर के समारोह में आदर्श युवा विधायक के रूप सम्मानित किया गया था।।