हर्मीस ड्रोन 900 को बनाने वाली इजरायल की कम्पनी एल्बिट सिस्टम्स है। अब इस ड्रोन को अडानी डिफेंस एयरोस्पेस इजरायल से सारे कलपुर्जे मंगाकर यहां केवल असेम्बल कर उसका नाम देगी दृष्टिड्रोन 10 Star liner इसे ही सरकार मैक इन इंडिया कहती हैं।
इंडियन नेवी के इस्तेमाल के लिए बनाए जा रहे इस ड्रोन का ट्रायल प्रोसेस महात्मा गांधी के जन्मभूमि पोरबंदर के तट पर की गई जहां वह असफल होकर जमीन पर गिर पड़ी थी। यहां यह लिखना आवश्यक होगा कि हथियार बनाने की विशेषज्ञता और अनुभव अड़ानी उद्योग समूह के पास नही है फिर भी यह जोखिम भरा काम केवल और केवल दोस्ताना निबाहने और अड़ानी के धन के पहाड़ की ऊंचाई और बढ़ाने के लिए की जा रही है। जिसका विपरीत प्रभाव के तौर पर हमारे सिपाहियों का नुक़सान होगा और सेना का मनोबल गिरेगा।