गुजरात तट पर लैंडफॉल के बाद तेज हवा के साथ भारी बारिश; 22 घायल, दो की मौत हो गई है पश्चिम गुजरात विज कंपनी लिमिटेड (पीजीवीसीएल), मोरबी के कार्यकारी अभियंता जेसी गोस्वामी ने बताया कि तेज हवाओं से बिजली के तार और खंभे टूट गए, जिससे मलिया तहसील के 45 गांवों में बिजली गुल हो गई। 11 गांवों में बिजली बहाल कर दी गई है। तटीय ग्रामीण और रेगिस्तानी इलाकों में 300 से ज्यादा बिजली के खंभे टूट गए हैं। पीजीवीसीएल शेष ग्रामीण क्षेत्रों में जल्द से जल्द बिजली बहाल करने के लिए काम कर रही है।
चक्रवाती तूफान के कारण अचानक आई बाढ़ से पशुओं को बचाने की कोशिश में बाप-बेटे की मौत
चक्रवात बिपारजॉय के कारण हो रही तेज बारिश के बीच भावनगर में एक उफनते नाले में फंसी अपनी बकरियों को बचाते समय एक व्यक्ति और उसके बेटे की मौत हो गई। चक्रवात के गुरुवार को कच्छ जिले में दस्तक देने के बाद भावनगर सहित गुजरात के कई हिस्सों में काफी बारिश हुई। वहीं, कच्छ जिले में चक्रवाती तूफान के कारण तेज हवा चली और भारी बारिश हुई, जिससे सामान्य जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया। जिले में बड़ी संख्या में पेड़ उखड़ गए, कई इलाकों में बिजली गुल हो गई और समुद्र के पास निचले इलाकों में पानी भर गया।
भावनगर में मामलातदार (राजस्व अधिकारी) एसएन वाला ने कहा कि सुबह से हुई बारिश के बाद सीहोर शहर के पास भंडार गांव से गुजरने वाले एक नाले के ऊपर से पानी बहने लगा। वाला ने कहा कि अचानक पानी आने से बकरियों का झुंड नाले में फंस गया। जानवरों को बचाने के लिए 55 वर्षीय रामजी परमार और उनका बेटा राकेश परमार (22) नाले में घुस गए। इसके बाद वे पानी में बह गए। उनके शवों को कुछ दूर से निकाल लिया गया। अधिकारी ने कहा कि 22 बकरियां और एक भेड़ की भी मौत हो गई। अधिकारियों ने कहा कि इसके अलावा राज्य में कहीं और से चक्रवात संबंधी मौत की जानकारी नहीं मिली है।
तूफान से 22 लोग घायल, 940 गांवों में बिजली गुल
गुजरात के राहत आयुक्त आलोक पांडे ने बताया कि चक्रवाती तूफान के कारण अब तक करीब 22 लोग घायल हुए हैं। अभी तक किसी के मरने की सूचना नहीं है। पेड़ और खंभे गिरने की घटनाओं में 23 मवेशियों की मौत हुई है। उन्होंने कहा कि तेज हवाओं के कारण 524 पेड़ गिरे हैं और कहीं-कहीं बिजली के खंभे भी गिर गए हैं, जिससे 940 गांवों में बिजली गुल हो गई है।
150-200 बिजली के खंभे गिरे
भुज के डीएम अमित अरोड़ा ने बताया कि अब तक लगभग 150-200 बिजली के खंभे गिरे हैं, 6 बिजली उपकेंद्र बंद हैं। 15 वाटरवर्क्स सेंटर पर समस्याएं हैं, लेकिन वे जनरेटर सेट द्वारा समर्थित हैं। स्थिति नियंत्रण में हैं, लगभग 180-200 पेड़ गिरे हैं, सभी को हटा दिया गया है। हम स्थिति पर निगरानी रख रहे हैं, हमारी कोशिश है कि कम से कम नुकसान हो।