बीजापुर, दंतेवाड़ा और सुकमा जिलों में 2000 से अधिक जवानों ने नक्सलियों के खिलाफ सफल अभियान चलाया। इस दौरान 12 नक्सलियों को मार गिराया गया, जिसमें 5 महिलाएं भी शामिल थीं। जवानों ने भारी मात्रा में हथियार, विस्फोटक और नक्सल साहित्य बरामद किया और नक्सल हथियार फैक्ट्री ध्वस्त की।
बीजापुर: बस्तर में नक्सलियों के सबसे सशक्त आधार क्षेत्र में बीजापुर, दंतेवाड़ा व सुकमा जिले के दो हजार से अधिक जवानों ने एक सफल अभियान में गुरुवार को नक्सलियों के बटालियन व सेंट्रल रिजनल कमेटी(सीआरसी) कंपनी नंबर-2 के पांच महिला सहित 12 नक्सलियों को मार गिराया था।
नक्सलियाें के हथियार बनाने की फैक्ट्री को भी जवानों ने ध्वस्त कर दिया है। मारे गए नक्सलियों की पहचान की जा रही है। पुलिस के अनुसार जवानों के मुठभेड़ सीधे नक्सलियों की बटालियन और और शीर्ष नक्सली कैडरों के साथ हुई थी।
कुख्यात नक्सल कमांडर हिड़मा भागा
जवानों के अभियान से डरकर कुख्यात नक्सल कमांडर हिड़मा, जो कि सेंट्रल कमेटी सदस्य होने के साथ ही नक्सलियों की देश में एकलौती बटालियन का प्रभारी है और बटालियन कमांडर देवा बारसे दोनों ही साथी नक्सलियों को छोड़कर वहां से भाग खड़े हुए।
पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज सुदंरराज पी. ने बताया कि पामेड़ थाना क्षेत्र के तेलंगाना सीमा से लगे तुमरेल, सिगमपल्ली, पुजारीकांकेर, मलेमपेंटा के जंगलों में शीर्ष नक्सलियों की उपस्थिति की सूचना मिली थी।