भारत का महत्वाकांक्षी स्पेश मिशन चंद्रयान-3 सफलतापूर्वक पृथ्वी की कक्षा में स्थापित हो चुका है.
चंद्रमिशन के तहत चांद पर भेजा गया चंद्रयान-3 पांच अगस्त को चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश करेगा.
समाचार एजेंसी पीटीआई ने इसरो के वैज्ञानिकों के हवाले से बताया है कि लैंडर मॉड्यूल चंद्रमा के साउथ पोल पर उतरेगा और यह 23 अगस्त या 24 अगस्त को हो सकता है.
ऐसे में सवाल ये है कि इस मिशन का बजट क्या है?
चंद्रयान-3 का कुल बजट करीब 615 करोड़ रुपये है.
इंडियन एक्सप्रेस की ख़बर के मुताबिक, जनवरी 2020 में इसरो के तत्कालीन चेयरमैन के सीवन ने बताया था कि लैंडर रोवर और प्रोपल्सन मॉड्यूल पर 250 करोड़ रुपये का खर्चा आएगा और लॉन्च सर्विस पर 365 करोड़ रुपये का खर्चा होगा.
अगर यह मिशन सफल रहता है तो भारत अमेरिका, चीन और सोवियत यूनियन के बाद चांद पर यह कारनामा करने वाला चौथा देश बन जाएगा. अमेरिका और सोवियत यूनियन का मिशन सफल होने से उनका स्पेसक्राफ्ट कई बार क्रैश हुआ था.
अब तक चीन एक मात्र ऐसा देश है जिसने चांग-3 मिशन 2013 के तहत अपने पहले प्रयास में ही सफलता हासिल की थी.
चंद्रयान-3 मिशन एक लंबी यात्रा पर रवाना है. अगर सब कुछ योजनाबद्ध तरीके से रहा तो यह 23 या 24 अगस्त को चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग करेगा. चंद्रयान-2 मिशन का भी लॉन्च विंडो जुलाई में ही था और इस बार भी यह जुलाई में ही है.