भारतीय हॉकी टीम को क्रेग फुलटोन के रूप में नया कोच मिलने से वह अब एक नए अंदाज़ में खेलती नजर आएगी.टीम का यह नया अंदाज़ आज स्पेन हॉकी फेडरेशन की शताब्दी पर आयोजित चार देशों के अंतरराष्ट्रीय हॉकी टूर्नामेंट में देखने को मिलेगा.
हरमनप्रीत सिंह की अगुआई वाली भारतीय टीम 25 जुलाई को मेजबान स्पेन से खेलकर अपना अभियान शुरू करेगी.
भारतीय टीम को इसके बाद 26 जुलाई को नीदरलैंड से और 28 जुलाई को इंग्लैंड से खेलना है.
भारतीय हॉकी टीम को टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जिताने वाले कोच ग्राहम रीड के समय तक टीम का ज़ोर पूरी तरह से आक्रमण पर हुआ करता था.
लेकिन फुलटोन ने खेलने के अंदाज़ को नया आयाम दिया है.
फुलटोन लंबे समय तक बेल्ज़ियम टीम से जुड़े रहे हैं, इसलिए उनका अंदाज़ ग्राहम रीड से भिन्न है.
फुलटोन ने पिछले दिनों बेंगलुरू में लगे शिविर में टीम के डिफेंस को मज़बूत करने पर ज़ोर दिया है.
वह चाहते हैं कि भारतीय टीम बेहतरीन डिफ़ेंस करके मुक़ाबले जीते.
असल में यह सोच यूरोपीय टीमों वाली है. वह हमेशा पहले अपने डिफेंस पर ध्यान देती हैं और फिर एकाएक हमले बोलकर सामने वाली टीम के डिफेंस में दरार बनाने का प्रयास करती हैं.
इस टूर्नामेंट में भारतीय टीम इसी अंदाज़ में खेलती नजर आएगी.
स्पेन, नीदरलैंड और इंग्लैंड तीनों ही टीमें विश्व की दिग्गज टीमों में शुमार रखती हैं, इसलिए इन टीमों के ख़िलाफ़ कोई भी योजना अपनाना किसी हद तक अच्छा भी है.
इस टूर्नामेंट में प्रदर्शन से यह अंदाज़ भी लग जाएगा कि हमारी टीम इस नए अंदाज़ में कितनी पारंगत हो पाई है.