खाने-पीने के सामान के दाम में लगातार बढ़ोतरी की वजह से जून में खुदरा महंगाई दर तीन महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है.
लगातार तीन महीने गिरावट के बाद जून महीने में कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स पर आधारित खुदरा महंगाई दर बढ़कर 4.81 फ़ीसदी हो गई है, जो मई महीने में 4.31 फ़ीसदी थी.
हालांकि, इस बीच फैक्ट्री आउटपुट मई महीने में 5.2 फ़ीसदी की रफ़्तार से बढ़ा है. ये अप्रैल में 4.5 फ़ीसदी थी. माना जा रहा है कि मैन्युफैक्चरिंग और माइनिंग सेक्टर के अच्छे प्रदर्शन की वजह से फैक्ट्री आउटपुट में तेज़ी देखने को मिली है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, दोनों ही आंकड़े सांख्यिकी मंत्रालय के नेशनल स्टैटेस्टिकल ऑफ़िस (एनएसओ) ने जारी किए हैं.
रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया अगले महीने अपनी मॉनिटरी पॉलिसी जारी करेगी और इसे तय करने में खुदरा महंगाई दर को अहम माना जाता है.
एनएसओ की ओर से जारी आँकड़ों के हिसाब से देश में एक साल के अंदर मसालों की क़ीमतें 19.19 फ़ीसदी, अनाज और इससे जुड़े उत्पादों की कीमतें 12.71 फ़ीसदी, दालों के दाम 10.53 फ़ीसदी और अंडों की क़ीमत में 7 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है. हालांकि, इस दौरान तेल में 18.12 फ़ीसदी और सब्जियों की कीमतों 0.93 फ़ीसदी गिरावट आई है.