रायपुर: चुनाव के वक्त ही बीजेपी ने साफ कर दिया था कि सरकार बनने पर वो प्रदेश से क्राइम खत्म करने बुलडोजर वाले एक्शन से भी गुरेज ना करेंगे। लोकसभा चुनाव निपटते ही प्रदेश में अपराधियों कि ठिकानों पर, अवैध निर्माणों पर पुलिस-प्रशासन ने बुलडोजर वाली कार्रवाई शुरू भी कर दी है। बीते 15 दिनों में दुर्ग-भिलाई समेत प्रदेश के बाकी हिस्सों में तेजी से अतिक्रमण और अपराधियों के अवैध कब्जों को बुलडोजर ने साफ करना शुरू कर दिया है। इस पर विपक्ष का आरोप है कि ये सब बिगड़ते लॉ-एंड-ऑर्डर पर पर्दा डालने हो रहा दिखावा है, तो सत्ता पक्ष ने भी तीखा जवाब दिया है।
शुक्रवार को दुर्ग में दो अलग-अलग जगहों पर 2 बदमाशों के ठिकानों को ढहाते इस बुलडोजर वाले एक्शन को पूरे प्रदेश ने देखा। दुर्ग में बदमाश पिंकी राय के दुर्ग उतई पाटन रोड पर स्थित ढाबे को नेवई पुलिस की मौजूदगी में, BSP इनफ़ोर्समेंट टीम ने जमींदोज किया। पिंकी राय पर कई थानों में, अलग-अलग मामले दर्ज हैं। इसी तरह रिसाली भाठा में आदतन अपराधी मुकुल सोना के घर पर भी पुलिस-प्रशासन और BSP के एनफोर्समेंट दस्ते ने बुलडोजर चला दिया। प्रशासन ने मुकुल सोना के अवैध कब्जा कर बनाए गए मकान को पूरी तरह से तोड़ दिया गया।
जबकि धमतरी में NH30 पर मरौद से कुरुद तक, 50 से ज्यादा अवैध निर्माणों को बुलडोजर से साफ कर दिया गया। तहसीलदार, NHAI और पुलिस बल ने मिलकर ये कार्रवाई की। वैसे ये तो केवल आज हुई कार्रवाई की तस्वीरें हैं। इससे पहले भी बीते दिनों भिलाई में ग्लोब चौक पर गोलींकांड के अमित जोस नाम के निगरानीशुदा बदमाश के ठिकानों समेत सेक्टर-6 में, 31 अनफिट बिल्डिंग में अवैध कब्जों पर प्रशासन का बुलडोजर चला था। प्रदेश में एक्शन में आए बुलडोजर के अब सियासी एंगल्स तलाशे जाने लगे हैं। सत्ता पक्ष का दावा है कि, जो भी प्रदेश को अशांत करने की कोशिश करेगा, गलत करेगा उस पर कार्रवाई जरूर होगी। जबकि विपक्ष की नसीहत है कि सरकार को बिगड़ती कानून व्यवस्था पर ध्यान देना चाहिए, विपक्ष ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि छग में बीजेपी सरकार यूपी का योगी मॉडल अपना रही है जिसका कोई फायदा नहीं होगा।
साफ है कि छत्तीसगढ़ में बुलडोजर की धमक बढ़ रही है। प्रदेश में भिलाई में बुलडोजर वाला एक्शन ज्यादा सक्रिय है जिस पर कांग्रेस नेताओं ने सवाल उठाया है। इधऱ, बीजेपी का दावा है कि उन्होंने तो चुनाव से पहले ही बुलडोजर वाली कार्रवाई की चेतावनी दी थी, सो अब इस पर अमल हो रहा है वो भी पूरी तरह नियम-कानून के दायरे में सवाल है क्या प्रदेश में बुलडोजर का सियासी इस्तेमाल किया जा रहा? या फिर सुशासन के लिए जारी एक्शन पर सियासत की जा रही है?