उत्तरी गाजा में रह रहे फलस्तीनियों का आरोप है कि उन्हें इस्राइली सेना की तरफ से नई चेतावनी दी गई है। सेना की तरफ से उन्हें उत्तरी गाजा से दक्षिण की तरफ चले जाने का फिर से आदेश दिया गया है। इस बार यह चेतावनी दी गई है कि अगर उत्तरी गाजा में रहने वाले लोग दक्षिण की तरफ नहीं जाते हैं, तो उन्हें आतंकी संगठनों का सहयोगी माना जा सकता है।
फलस्तीनी नागरिकों को शनिवार को इस्राइली सेना के नाम व लोगो के साथ पर्चे बरामद हुए। इनमें लिखा था, गाजा के लोगों को आपातकालीन चेतावनी दी जाती है। उत्तरी वादी गाजा में रहने से आपकी जान को खतरा हो सकता है। जो भी उत्तरी वादी गाजा से नहीं निकलने का विकल्प चुनेंगे, उन्हें आतंकी संगठनों का मददगार माना जा सकता है। 45 किलोमीटर लंबे उत्तरी गाजा में रहने वाले लोगों को ऐसे ही संदेश मोबाइल फोन पर भी ऑडियो के रूप में प्राप्त हुए हैं।
उधर, इस्राइली सेना ने एक बयान में कहा कि उत्तरी गाजा नहीं छोड़ने वालों को आतंकी संगठनों का मददगार मानने की उसकी कोई मंशा नहीं है। सेना ने कहा कि वह सामान्य नागरिकों को निशाना नहीं बनाती। जनहानि को न्यूनतम रखने के लिए गाजा पट्टी के लोगों को दक्षिणी क्षेत्र में चले जाने को कहा गया है।
फलस्तीन के समर्थन में ब्रसेल्स में प्रदर्शन
बेल्जियम की राजधानी ब्रसेल्स में यूरोपीय आयोग मुख्यालय के बाहर फलस्तीनियों के समर्थन में लोगों ने प्रदर्शन किया और फलस्तीन को मुक्त करने की मांग की। इस दौरान यूरोपीय आयोग मुख्यालय के बाहर लोगों का हूजूम नजर आया, जहां हाथों में फिलीस्तीन को मुक्त करने के तख्ते लिए हर आयु वर्ग के लोगों ने प्रदर्शन में हिस्सा लिया।
उत्तरी निकासी योजना में 14 समुदाय शामिल किए गए
इस्राइल ने देश के उत्तरी हिस्से से लोगों की निकासी योजना में 14 समुदायों को शामिल किया है। रक्षा मंत्रालय व सेना की तरफ से रविवार को जारी बयान के अनुसार, लेबनान व सीरिया के करीब रहने वाले समुदायों को इस निकासी योजना में शामिल किया गया है। इस्राइल ने गाजा पट्टी पर जमीनी जंग से पहले हमास के खिलाफ हवाई हमले तेज कर दिए हैं। फलस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, जेनिन में मस्जिद परिसर पर हवाई हमले में पांच नागरिक मारे गए।
संयुक्त राष्ट्र और उसके नेताओं ने सहायता पहुंचने का किया स्वागत
संयुक्त राष्ट्र ने मिस्र से राफा सीमा पार कर गाजा में मानवीय सहायता पहुंचने का स्वागत किया और कहा कि यह सिर्फ एक छोटी सी शुरुआत है। उन्होंने तत्काल युद्धविराम के लिए की गई अपील को भी दोहराया।