इसराइली हमले के बाद ईरान जाने वाली कुछ उड़ान सेवाओं को कुछ देर के लिए रोके जाने के बाद फिर से शुरू कर दिया गया है.
जर्मन विमान सेवा लुफ़्तांसा ने इसराइल और इराक़ के लिए शनिवार तक उड़ान सेवाएं रोक दी हैं.
एयर इंडिया ने भी 30 अप्रैल तक तेल अवीव जाने वाली सभी फ्लाइट रद्द कर दी है.
ऑस्ट्रियन एयरलाइंस ने तेल अवीव, इर्बिल (उत्तरी इराक़) अम्मान (जॉर्डन) के लिए सेवाएं स्थगित की हैं. दोनों ही उड़ान सेवाओं ने कहा है कि इस महीने के आख़िर तक वे तेहरान और बेरूत के लिए सर्विस नहीं देंगी.
ईरान के इस्फ़हान शहर के एयर डिफेंस सिस्टम के कमांडर सियावश मिहानदूस्त ने सरकारी टेलीविजन को बताया है कि शुक्रवार सुबह हुए एक हमले को नाकाम कर दिया गया है.
सियावश मिहानदूस्त ने कहा कि इस्फ़हान में आज सुबह जो आवाज़ें सुनी गई थीं, वो कोई धमाका नहीं था.
इसराइल की ताज़ा कार्रवाई के बाद रूस ने कहा है कि वो तेल अवीव और तेहरान दोनों ही के संपर्क में है.
विदेश मंत्री सर्गेई लावरोफ़ ने कहा कि रूस ने इसराइल को स्पष्ट कर दिया है कि ईरान इस मुद्दे को अब और नहीं बढ़ाना चाहता है.
इसराइल के पड़ोसी देश जॉर्डन ने ‘क्षेत्रीय तनाव के ख़तरे’ को लेकर आगाह किया है.
जॉर्डन ने ईरान और इसराइल की एक दूसरे के ख़िलाफ़ की गई कार्रवाई को ख़त्म करने की भी अपील की है.
ईरानी सेना के प्रमुख मेजर जनरल सैयद अब्दुलरहीम मुसावी ने इस्फ़हान के धमाके पर ईरानी टीवी को इंटरव्यू दिया है.
उन्होंने धमाकों की आवाज़ दरअसल एंटी एयरक्राफ्ट डिफेंस सिस्टम से निकली थी जो किसी संदिग्ध चीज़ को देखने के बाद सक्रिय हुई थी.
उन्होंने आम लोगों को भरोसा दिलाया कि कोई नुक़सान नहीं हुआ है.
अमेरिका ने भी कहा है कि वो तनाव को कम करने के लिए काम कर रहा है.