सैकड़ों की संख्या में स्थानीय लोगों ने हाथ में ‘नासिर-जुनैद के हत्यारों को फांसी दो’ जैसे पोस्टरों को हाथ में लेकर करीब तीन किलोमीटर तक विरोध मार्च निकाला.
ये विरोध मार्च भरतपुर के फतेहपुर गांव से मृतकों के गांव घाटमीका तक गया.
ये भी खबर पढ़ें:Latest news: देश दुनिया की खास खबर एक नज़र में
विरोध प्रदर्शन में मोनू मानेसर को गिरफ्तार करने की मांग एक बार फिर से उठाई गई, हालांकि राजस्थान पुलिस ने जिन 9 अभियुक्तों की तस्वीरें और नाम जारी किए हैं उनमें मोनू मानेसर का नाम नहीं है.
नासिर के छोटे भाई हामिद का कहना है कि घटना को 12 दिन हो गए हैं बावजूद इसके पुलिस सिर्फ एक ही अभियुक्त को गिरफ्तार कर पाई है.
हामिद ने हरियाणा पुलिस पर राजस्थान पुलिस का साथ नहीं देने का आरोप लगाया है.
चश्मदीदों का दावा है कि 15 फरवरी की सुबह कथित गोरक्षकों ने राजस्थान के भरतपुर जिले के घाटमीका गांव के रहने वाले जुनैद और नासिर को अगवा कर लिया था.
अगवा करने के बाद कथित गोरक्षकों ने जुनैद और नासिर को हरियाणा के भिवानी जिले में बोलेरो कार सहित जला दिया था.
इस मामले में राजस्थान पुलिस ने रिंकू सैनी नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया है.