दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा में अपने संबोधन में बजट को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने दिल्ली के बजट को रोकना संविधान पर हमला बताया है। केंद्र से बजट को मंजूरी मिलने के बाद उन्होंने कहा कि देर आए दुरुस्त आए। केंद्र सरकार ने हमारा बजट पास कर दिया। पहले ही पास कर देते, इतना बखेड़ा करने की क्या जरूरत थी?
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के उपराज्यपाल मंत्री परिषद की सहायता और सलाह से बंधे हुए हैं। उन्होंने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि वे चाहते थे कि मैं झुक जाऊं। यह उनका अहंकार था। उन्होंने केंद्र पर तंज कसते हुए कहा कि वहां ऊपर से नीचे तक हैं अशिक्षित लोग भरे हुए हैं।
दिल्ली सरकार ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि उनके द्वारा खोले गए मोहल्ला क्लीनिक बंद करा दिए। मोहल्ला क्लीनिक में दवाईं, बिजली, टेस्ट, रेंट की पेमेंट बंद करा दी। कोरोना काल में इससे आम आदमी को बहुत नुकसान उठाना पड़ा।
केजरीवाल ने विधान सभा में कहा कि केंद्र ने बजट रोक दिया, मेयर चुनाव रोक दिए। हम बहुत छोटे लोग हैं, आप बड़े लोग। हमें दिल्ली चलाने दो और आप देश चलाएं। हमें राजनीति करनी नहीं आती, हम राजनीति करने नहीं आए। उनको तकलीफ है कि बार बार आम आदमी पार्टी दिल्ली में क्यों जीत रही है और भाजपा क्यों हार रही है?
“दिल्ली जीतने के लिए दिल्ली के लोगों का दिल जीतना पड़ेगा। रोज रोज लड़ाई झगड़े करने से दिल्ली नहीं जीती जाती। मैने 550 मोहल्ला क्लीनिक बना दिए, आप साढ़े पांच हजार बना दो। आप हमारे मोहल्ला क्लीनिक रोकने की कोशिश करोगे तो मत सोचो दिल्ली जीत पाओगे। आप लंबी लकीर खींचो। हम आपसे लड़ाई करना नहीं चाहते, मिलकर काम करना चाहते हैं। साथ मिलकर विकास करना चाहते हैं।”
दिल्ली के लोग आप के छोटे भाई की तरह हैं। अगर छोटे भाई को रोज परेशान करोगे तो छोटे भाई कैसा बर्दाश करेगा। अगर साथ चलना है तो छोटे भाई के साथ मिलकर चलो, छोटा आपके साथ चलेगा।