इस बीच कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा कि विपक्षी नेताओं को सरकार की ओर से शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए न्योता नहीं मिला है
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने भी कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह के लिए इंडिया गठबंधन के नेताओं को न्योता नहीं मिला है. जब हमारे इंडिया गठबंधन के नेताओं को न्योता मिलेगा, अगर हमारे नेताओं को न्योता मिलेगा तो हम उस पर विचार करेंगे.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी लीडर ममता बनर्जी ने भी न्योता न मिलने की बात कही.
तृणमूल कांग्रेस के संसदीय दल की बैठक के बाद पत्रकारों से ममता बनर्जी ने कहा कि वो समारोह में शामिल भी नहीं होंगी. उन्होंने कहा, “तृणमूल कांग्रेस का कोई नेता भी इस समारोह में शामिल नहीं होगा.”
ममता बनर्जी ने बीजेपी को निशाने पर लेते हुए कहा, “एक असंवैधानिक और गैरकानूनी पार्टी को सरकार के गठन के लिए शुभकामनाएं नहीं दी जा सकती हैं. इस सरकार का गठन गैरकानूनी और अलोकतांत्रिक तरीके से किया जा रहा है. हम बीजेपी को नहीं तोड़ेंगे. लेकिन वह भीतर से ही टूटेगी. उस पार्टी के लोग खुश नहीं हैं.”
ममता ने कहा, “चार सौ पार का नारा देने वाले अपने बूते बहुमत भी हासिल करने में नाकाम रहे हैं. एनडीए ने सरकार बनाने का दावा किया है. लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आगे कुछ भी नहीं होगा. हम इंतज़ार कर रहे हैं और परिस्थितियों पर नज़र रख रहे हैं. चीज़ें बदलती हैं.”
उन्होंने आगे राजनीतिक परिदृश्य में बड़े बदलाव का संकेत देते हुए कहा कि “कई बार सरकारें एक दिन ही टिक पाती हैं. कुछ भी हो सकता है. कौन जाने कि यह सरकार 15 दिन भी चल पाएगी या नहीं?”
ममता बनर्जी की पार्टी पश्चिम बंगाल की 42 में से 29 सीटों पर जीत दर्ज करने में कामयाब रही है. ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस इंडिया गठबंधन का हिस्सा है.