छत्तीसगढ़ में कथित शराब घोटाले की जांच कर रही ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने एक नया खुलासा किया है. ईडी द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई है कि छापों में एक देसी शराब डिस्टलर के घर से 28 करोड़ के जेवर बरामद हुए हैं. इसे सीज किया गया है. हालांकि ईडी ने डिस्टलर का नाम उजागर नहीं किया है. इसी तरह कारोबारी अनवर ढेबर द्वारा नवा रायपुर में जॉइंट वेंचर के नाम पर 53 एकड़ जमीन अधिग्रहित करने का भी खुलासा किया है, जिसकी कीमत 21.60 करोड़ बताई जा रही है. ईडी ने आरोप लगाया है कि यह जमीन अवैध कमाई से खरीदी गई है।
ईडी ने कथित शराब घोटाले मामले में अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया है. इनमें अनवर ढेबर, नितेश पुरोहित, त्रिलोक सिंह ढिल्लन और एपी (अरुण पति) त्रिपाठी शामिल हैं. इन चारों आरोपियों को सोमवार को स्पेशल जज अजय सिंह राजपूत की अदालत में पेश किया गया, जहां से चारों को चार दिन की ईडी की हिरासत में भेज दिया गया है. इससे पहले ढेबर को पहले चार दिन, फिर पांच दिन की रिमांड मंजूर की गई थी.
ईडी ने बताया है कि एपी त्रिपाठी इंडियन टेलीकॉम सर्विस के अधिकारी हैं और पिछले 7 साल से छत्तीसगढ़ में पदस्थ हैं. यहां आबकारी विभाग में विशेष सचिव और शराब वितरण कंपनी के एमडी थे. त्रिपाठी को मुंबई से गिरफ्तार किया गया है. ईडी ने बताया है कि मुंबई में छापे के दौरान शेयर ट्रेडिंग कंपनी में एक करोड़ के इन्वेस्टमेंट का पता चला है. यह इन्वेस्टमेंट अरविंद सिंह और पिंकी सिंह के नाम पर किया गया है. इसे ईडी ने फ्रीज कर दिया है. इसी तरह त्रिलोक सिंह ढिल्लन के यहां छापे में 27.5 करोड़ रुपए के फिक्स डिपॉजिट की जानकारी सामने आने के बाद फ्रीज किया गया है. हाल के छापों में 20 लाख रुपए और दस्तावेज जब्त किए गए हैं.