छत्तीसगढ़ के कथित शराब घोटाला मामले में 2 दिन की न्यायिक रिमांड पूरी होने के बाद रिटायर्ड IAS अनिल टुटेजा को 5 दिन की ईडी रिमांड पर भेजा गया है। बुधवार को उन्हें ED की स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया। दोनों पक्षों का तर्क सुनने के बाद कोर्ट ने आदेश जारी किया है। वहीं घोटाले की जांच कर रही ACB-EOW ने शराब कारोबारी पप्पू ढिल्लन को भी हिरासत में लिया है।
डीजे कोर्ट में टूटेजा को पेश किया गया था। जहां बचाव पक्ष के वकील ने कोर्ट में पक्ष रखते हुए ED की रिमांड पर आपत्ति जताई थी। टुटेजा के वकील ने कर्नाटक हाईकोर्ट 2023 के फैसले का रेफरेंस दिया था। जजमेंट में यह कहा गया है कि स्पेशल एक्ट के तहत केस स्पेशल कोर्ट में ही सुने जाए ।
वीडियो कॉन्फ्रेंस से हुई पेशी
मंगलवार को रिटायर्ड IAS अफसर अनिल टुटेजा को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए कोर्ट में पेश किया गया था। जेल प्रबंधन ने सुरक्षा के लिए पर्याप्त बल उपलब्ध नहीं होने के कारण कोर्ट लाने में असमर्थता जताई थी।
पहले सुप्रीम कोर्ट से मिली थी राहत
छत्तीसगढ़ में शराब घोटाला केस में 8 अप्रैल को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ED की ECIR को सुप्रीम कोर्ट ने रद्द कर दिया था। इसके साथ ही अनिल टुटेजा और उनके बेटे यश समेत 6 आरोपियों को राहत मिली थी। लेकिन, सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद ही इस केस में ACB-EOW की FIR को अधार बनाते हुए प्रवर्तन निदेशालय ने नई ECIR दर्ज की है। इस मामले पर ED नए सिरे से जांच कर रही है।
आर्किटेक्ट ऑफ लिकर स्कैम
ED ने अनिल टुटेजा की गिरफ्तारी में कई आधार बताए हैं। करीब 16 पन्नों पर ED ने ग्राउंड ऑफ अरेस्ट का ब्योरा दिया है। ED ने कहा है कि शराब घोटाले में अनवर ढेबर ने सिंडिकेट बनाया और उस सिंडिकेट को सबसे ज्यादा पावर अनिल टुटेजा से मिलती थी, जो कंट्रोलर की भूमिका में थे। ED ने उन्हें आर्किटेक्ट ऑफ लिकर स्कैम बताया है।
लोगों को भेजा जा रहा समंस
सूत्रों के मुताबिक ED ने लोगों को समंस भेजना भी शुरू कर दिया है। EOW की ओर से की गई FIR में 70 लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज की गई है। बताया जा रहा है कि फ्रेश ECIR में भी वही नाम शामिल हैं। ED सभी को पूछताछ करने के लिए समंस भेज रही है।