मध्यप्रदेश के सीधी जिले में हुई सात आदिवासी लड़कियों के साथ कथित रेप के मामले में प्रशासन ने सोमवार को मुख्य अभियुक्त के घर पर बुलडोजर चलाया है.
इसके अलावा तीन अन्य अभियुक्तों के घर पर भी बुलडोजर चलाया गया है.
इस मामलें में 9 सदस्यीय एसआईटी का गठन किया गया है जिसे 7 दिनों के अंदर अपनी रिपोर्ट देनी है.
पता चला है कि आरोपी मैजिक वॉयस के ज़रिये अपनी आवाज़ महिला जैसी करके शाम के समय लड़कियों को सुनसान जगह बुलाकर उनके साथ कथित तौर पर बलात्कार करता था.
कथित तौर पर बलात्कार के बाद इन लड़कियों के पास मौजूद पैसे और मोबाइल लूट लिया जाता था.
अभियुक्त ऐप के ज़रिये महिला टीचर की आवाज़ बना लेते थे.
इन अभियुक्तों ने सात से ज्यादा कॉलेज छात्राओं को टीचर बनकर स्कॉलरशिप के लिए दस्तावेज मंगवाने के लिये सुनसान जगह बुलाया.
इन लड़कियों को बताया जाता था कि उन्हें लेने के लिये एक लड़का मोटर साइकिल से आएगा जो उन्हें टीचर तक पहुंचा देगा.
इस मामले में पीड़िता एसटी वर्ग से आती हैं. निशाना भी उन्हें ही बनाया गया जिन्हें स्कॉलरशिप मिलनी थी.
घटना के सामने आने के बाद मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस पर कड़ी कारवाई की बात कही है.
पूरा मामला एक पीड़िता की शिकायत के बाद सामने आया है. जिसके बाद मुख्य आरोपी को पकड़ा गया.
इसके बाद अन्य लोगों के शामिल होने की जानकारी भी सामने आई. अभी तक 4 छात्राओं ने ही शिकायत दर्ज कराई है. लेकिन पीड़िताओं की संख्या उससे भी अधिक हो सकती है. इसे लेकर पुलिस जांच कर रही है.
यह मामला सामने आने के बाद राज्य सरकार की साइबर पुलिस ने एडवाइजरी जारी की है.
साइबर पुलिस ने एडवाइज़री में कहा है कि ”बदमाश इन दिनों महिला, बुजुर्ग, बच्चों व कम्प्यूटर की आवाज में बात कर किसी भी तरह की वारदात को अंजाम दे रहे हैं. ऐसे में अनजान कॉल को इग्नोर किया जाना चाहिए.”