राहुल खड़गे की अध्यक्षता वाले सिद्धार्थ विहार ट्रस्ट ने कर्नाटक इंडस्ट्रियल एरिया डेवलपमेंट बोर्ड (केआईएडीबी) की तरफ़ से आवंटित की गई पांच एकड़ ज़मीन को वापस कर दिया है.
राहुल खड़गे के बयान के मुताबिक़, “केआईएडीबी को पूरा भुगतान करने के बाद, दो महीने पहले कौशल विकास और शिक्षा के लिए सेंटर बनाने के लिए यह जमीन आवंटित की गई थी.”
राहुल खड़गे ने कहा है, “आधारहीन और राजनीति से प्रेरित आरोपों का समाना करते हुए एक शिक्षण संस्थान ठीक से नहीं चलाया जा सकता. ट्रस्ट की स्थापना उच्च मूल्यों और समाज के लिए कार्य करने के जज़्बे के साथ की गई थी.”
उन्होंने कहा, “हम उन विवाद में नहीं पड़ना चाहते हैं, जो शिक्षा और सामाजिक सेवा के माध्यम से वंचितों को सशक्त बनाने के हमारे प्राथमिक उद्देश्य से हमारा ध्यान भटका सकते हैं.”
राहुल खड़गे के ट्रस्ट को जमीन के आवंटन के बाद बीजेपी के राज्यसभा सांसद लेहर सिंह सिरोया समेत बीजेपी के अन्य नेताओं के साथ विवाद खड़ा हो गया था. सिरोया ने जमीन आवंटन पर सरकार की आलोचना की थी.
सोशल मीडिया पर पोस्ट में बीजेपी नेता सिरोया ने कहा है, “खड़गे परिवार ने उन्हें अवैध रूप से आवंटित की गई केआईएडीबी की पांच एकड़ जमीन को वापस कर दिया है. जब मैंने इस मुद्दे को उठाया था तो मुझे जूनियर खड़गे और उनके साथियों ने धमकी और गालियां दी थी. सत्य की जीत हुई है.”