गंगरेल बांध के 52 गांवो में निवासरत हजारों परम्परागत मछुआरों के द्वारा बनाए गए 12 पंजीकृत मछुआ सहकारी समितियों जिनमें प्राथमिक मत्स्य सहकारी समिति मोगरागहान, आदर्श मछुआ सहकारी समिति देवी नवागांव, आदिवासी मछुआ सहकारी समिति उरपुटी, कमार आदिवासी मछुआ सहकारी समिति आलोरी, प्राथमिक मत्स्य सहकारी समिति गंगरेल के मछुआरों ने अपनी रोजी-रोटी रोजगार की समस्याओं को लेकर छत्तीसगढ़ महासंघ के अध्यक्ष रामकृष्ण धीवर एवं डायरेक्टर कृष्णा चंपालाल हिरवानी को मत्स्य महासंघ के हैचरी देमार जिला धमतरी में पहुंचकर ज्ञापन सौंपा और अपना दुखड़ा बताया कि जब से नई मछली पालन नीति वर्तमान सरकार द्वारा बनाया गया है लागू किया गया है तब से हम परंपरागत मछुआरों को भूखे मरने की नौबत आ गई है नई मछली पालन नीति के चलते गंगरेल जलाशय का नीलाम हो गया है जिसे ठेकेदार ने 1करोड 20 लाख सालाना लीज में लिए हैं जबकि इसके पहले की सरकार द्वारा हमें परंपरागत मछुआरों की समितियों को महज 22 लाख सालाना रॉयल्टी में दिया था जिससे हम बरसों से हम परंपरागत मछुआरा समितियों के परिवार का जीवन यापन चलता आ रहा था लेकिन जब से वर्तमान सरकार आई है तब से हमारे परंपरागत मछुआरों की समितियों को रायलटी पर जलाशय को नहीं दिया जा रहा है और तो और वर्तमान ठेकेदार द्वारा हमें काम भी नहीं दिया जा रहा है और बाहर के अन्य प्रदेश के मछुआरों को बुलाकर मत्स्य आखेट मछली मारने का काम दिया जा रहा है जिसके कारण हम रोजगार विहिन हो गए हैं और हमारे परिवार व बाल बच्चे भूख मरने की नौबत आ गई है हमारा एवं हमारे बच्चों का पूरा भविष्य अंधकार में हो गया है उक्त समस्याओं को तुरंत संज्ञान में लेते हुए मत्स्य संघ अध्यक्ष रामकृष्ण धीवर ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि तुरंत मछुआरों एवं ठेकेदार के बीच एक बड़ी बैठक परंपरागत मछुआरों की समस्याओं का निदान हेतु तुरंत बैठक आहूत किया जाए उक्त बैठक मे मछुआरों व ठेकेदार अधिकारी एवं छत्तीसगढ़ महासंघ के अध्यक्ष एवं डायरेक्टर की उपस्थिति में हो उक्त आदेश के चलते तुरंत दिनांक 17-03 2023 को गंगरेल डुबान में स्थित मनकेशरी मंदिर में मछुआरों की समस्या के निदान को लेकर तुरंत बैठक आहूत किया गया है उक्त ज्ञापन सौंपने में प्रमुख रूप से उपस्थित हुए पूरे 52 गांव के समितियों के अध्यक्ष बालमुकुंद तांसी, जोहन नेताम उरपुटी, गंगा राम निषाद सुरेश कुमार तुमाबुजुरग, कुवर सिंह तांसी राम कुमार अलोरी, मुन्ना कुमार फुटहामुडा, ओमप्रकाश ईश्वर गंगरेल, दयाराम भूषण लाल रोहित धीवर गंगरेल देवचरण निषाद गंगाराम देवी नवागांव घुरुवाराम परमानंद कृष्णा कुरेटी मोगरागाहन एवं मत्स्य महासंघ के अधिकारी कर्मचारी अतुल सिन्हा एवं साहू उपस्थित हुए।