Forest department की बैठक में मंत्री केदार कश्यप ने दिए निर्देश

Forest department की बैठक में मंत्री केदार कश्यप ने दिए निर्देश

रायपुर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मन की बात में देश की जनता से ‘एक पेड़ मां के नाम’ लगाने की अपील की है। छत्तीसगढ़ में इस महाअभियान के क्रियान्वयन के लिए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की मंशा अनुरूप 11 जुलाई को वन महोत्सव का राज्य स्तरीय आयोजन किया जाएगा। इसके अंतर्गत पूरे राज्य में 70 लाख पौधों का रोपण किया जाएगा। वन महोत्सव की तैयारियों के संबंध में आज वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री केदार कश्यप ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी मुख्य वन संरक्षक एवं वनमण्डलाधिकारियों की समीक्षा बैठक ली। समीक्षा बैठक में वन मंत्री ने इस महाअभियान को सफल बनाने के लिए विस्तार से निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री साय की मंशा है कि वन महोत्सव के मौके पर अधिकाधिक संख्या में लोग अपनी मां के नाम पेड़ लगाएं। इसके लिए पौधरोपण को सफल बनाने के उद्देश्य से इस बात का प्रयास किया जाए कि पौधरोपण क्षेत्र, जनप्रतिनिधियों द्वारा गोद लिया जाए साथ ही प्रत्येक पौधरोपण क्षेत्र को स्थानीय देवी देवताओं के नाम से

चिन्हांकित कर जन सामान्य में व्यापक प्रचार प्रसार किया जाए। साथ ही महतारी वंदन योजना के अंतर्गत आने वाली समस्त महिलाओं को शामिल किया जाए साथ ही माध्यमिक स्तर के छात्रों को भी इसमें भागीदार बनाया जाए।

रायपुर वनवृत्त अंतर्गत 291.74 हे. एवं 2 कि.मी. सड़क किनारे वृक्षारोपण में 323913 पौधों का रोपण किया जाना है। कांकेर वनवृत्त अंतर्गत 220.74 हे. में 158804 पौधों का रोपण किया जाना है। सरगुजा वनवृत्त अंतर्गत 4942.44 हे. एवं 21 कि.मी. सड़क किनारे वृक्षारोपण में 5053370 पौधा रोपण का लक्ष्य रखा गया है। दुर्ग वनवृत्त अंतर्गत 167.55 हे. में 142468 पौधों का रोपण किया जाना है। बिलासपुर वनवृत्त अंतर्गत 520.05 हे. एवं 04 कि.मी. सड़क किनारे वृक्षारोपण में 454159 पौधा रोपण का लक्ष्य रखा गया है। किसान वृक्ष मित्र योजनांतर्गत 2 करोड़ 82 लाख 35 हजार 894 पौधों का रोपण कृषकों के द्वारा अपनी भूमि पर किया जा रहा है। बैठक में ऋचा शर्मा, अपर मुख्य सचिव, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, व्ही श्रीनिवास राव, प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख, छत्तीसगढ़, अरूण कुमार पाण्डेय, अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक (विकास/योजना), ओ.पी. यादव, मुख्य कार्यपालन अधिकारी, कैम्पा के साथ राज्य के समस्त मुख्य वन संरक्षक एवं वनमंडलाधिकारी उपस्थित रहे।

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