रायपुर के सभी राधा-श्रीकृष्ण मंदिरों में धूमधाम से श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाई गई। भगवान श्याम का 5251वां जन्मोत्सव बड़े ही हर्षोल्लास केसाथ के साथ मनाया गया।
रायपुर के सभी राधा-श्रीकृष्ण मंदिरों में धूमधाम से श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाई गई। भगवान श्याम का 5251वां जन्मोत्सव बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। रात 12 बजे के बाद सभी मंदिर जय श्रीकृष्ण और राधे-राधे की जयघोष से गूंज उठे। मंत्र, आरती और शंखनाद से पूरा परिसर गूंजता रहा।
रायपुर के दुधाधारी मंदिर स्थित राधा श्रीकृष्ण मंदिर में राधे-राधे के जयघोष से पूरा मंदिर गूंजयमान हो उठा। जैतूसाव मठ और समता कॉलेनी स्थित राधा श्रीकृष्ण मंदिर में सांस्कृतिक भजनों के बीच श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाई गई। वहीं खाटू श्याम मंदिर में श्रद्दालु देर रात तक भगवान माधव की भक्ति में लीन रहे। वहीं श्री राधे-रास बिहारी मंदिर इस्कान मंदिर में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव पर रायपुर समेत प्रदेश के दूसरे जिलों से भी लोग पहुंचे। यहां का नजारा मधुरा से कम नहीं था। मथुरा-वृंदावन की तर्ज पर पहली बार यहां जन्माष्टमी मनाई गई। युवा भगवान के भजनों पर झूमते गाते नजर आये। पहली बार बने भव्य इस्कान मंदिर में दर्शन करने के लिए श्रद्दालुओं का तांता लगा रहा।
इस्कान मंदिर जन्मोत्सव देखकर हर कोई श्याम की भक्ति में डूब गया। यहां भगवान नये मंदिर से पुराने मंदिर तक पालकी में सवार होकर निकले। मंगल आरती के साथ पूरा मंदिर परिसर गूंज उठा।यहां शाम से रात 12 बजे तक भंडारा चलता रहा। टाटीबंध से इस्कान मंदिर तक जाने वाले मार्ग में शाम 7 बजे से लेकर रात 1 बजे तक ट्रैफिक लगी रही। यातायात पुलिस को जद्दोजहद करनी पड़ी तक जाकर लोग अपने घरों तक पहुंच पाये।