शिवसेना का नाम और चुनाव चिह्न शिंदे गुट के पास जाने से महाराष्ट्र की राजनीति गरमा गई है.
शिवेसना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे जहां शिंदे गुट पर नाम और चिह्न चुराने का आरोप लगा रहे हैं वहीं, शिंदे गुट इसे सही फ़ैसला बता रहा है.
चुनाव आयोग ने शुक्रवार को एकनाथ शिंदे समूह को आधिकारिक शिवसेना के रूप में मान्यता दी थी. उन्हें ‘शिवसेना’ नाम और चुनाव चिह्न ‘धनुष और बाण’ इस्तेमाल करने की अनुमति मिली थी.
इस फ़ैसले को सही ठहराते हुए सांसद नवनीत राणा ने कहा, ”मुझे लगता है कि महाराष्ट्र की जनता को यही अपेक्षित था. उन्होंने ढाई सालों में हम जैसे लोगों और बाकी विधायकों के साथ अत्याचार किया है.”
”वो बोलते हैं ना कि जो राम का नहीं, जो हनुमान का नहीं, वो किसी काम का नहीं और धनुष बाण उनका नहीं. वो ही प्रसाद आज उद्धव जी को नतीजों के माध्यम से दिया है.”
“चुनाव आयोग ने जिनकी विचारधारा सही थी, जिनके पास बहुमत था, उनके पक्ष में ये फैसला दिया है. मुझे लगता है कि आज उद्धव जी को भोले जी का बहुत अच्छा प्रसाद मिला है.”