कांकेर जिले में 16 अप्रैल को हुई मुठभेड़ में 15 महिला समेत कुल 29 नक्सली मारे गए। अब नक्सल संगठन ने सभी की मौत का जिम्मेदार भाजपा सरकार को बताया है। साथ ही धमकी दी है कि सभी भाजपा नेताओं को वे जल्द ही जन अदालत लगाकर सजा देंगे। नक्सलियों का कहना है कि मुठभेड़ में पुलिस ने उनके 29 साथियों की हत्या की है।
कांकेर जिले में 16 अप्रैल को हुई मुठभेड़ में 15 महिला समेत कुल 29 नक्सली मारे गए। अब नक्सल संगठन ने सभी की मौत का जिम्मेदार भाजपा सरकार को बताया है। साथ ही धमकी दी है कि सभी भाजपा नेताओं को वे जल्द ही जन अदालत लगाकर सजा देंगे।
नक्सलियों का कहना है कि मुठभेड़ में पुलिस ने उनके 29 साथियों की हत्या की है। इसी के विरोध में उन्होंने 25 अप्रैल को मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी, कांकेर और नारायणपुर जिला बंद करने का ऐलान किया है। नक्सलियों की उत्तर सब जोनल ब्यूरो की प्रवक्ता मंगली ने प्रेस नोट जारी किया है।
जिसमें कांकेर के छोटे बेठिया के कलपर-आपाटोला में मारे गए अपने 29 साथियों के नामों की सूची जारी की है। मंगली ने प्रेस नोट में कहा है कि अपने सुरक्षित ठिकाने पर हमारे साथी थे, लेकिन किसी ने साथियों की मौजूदगी की सूचना पुलिस को दे दी।
मारे गए 29 माओवादियों में से 10 MP-CG-महाराष्ट्र के
पुलिस के मुताबिक कांकेर एनकाउंटर में मारे गए 29 माओवादियों की पहचान कर ली है। उनके मुताबिक 10 माओवादीमध्यप्रदेश-महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ (MMC) जोनल कमेटी और 14 PLGA formation के पाये गए हैं।
नक्सली बोले- 17 को पकड़कर मारा
जिसके बाद करीब 2 बजे पुलिस ने चारों तरफ से हमारे साथियों को घेर लिया और ताबड़तोड़ फायरिंग की। मंगली ने कहा कि हमारे 12 साथी मुठभेड़ में मारे गए। 3 बजे मुठभेड़ खत्म हो गई थी, तब कुछ साथी घायल और निहत्थे थे। उन्हें भी बाद में पकड़कर पुलिस शहीद स्मारक के पास ले जाकर हत्या कर दी। 6 बजे तक रुक-रुक कर गोलियां चलीं, जिसमें अन्य 17 को मारा गया। इस घटना में 29 नक्सलियों की मौत हुई है।
25 अप्रैल को 3 जिले बंद, 26 अप्रैल को है वोटिंग
कांकेर मुठभेड़ के विरोध में नक्सलियों ने 25 अप्रैल को तीन जिलों में बंद का ऐलान किया है। उन्होंने यहां व्यापारिक प्रतिष्ठानों और यात्री बसों को नहीं चलाने की धमकी दी है। उन्होंने एंबुलेंस और स्कूली बच्चों के वाहन चलाने पर रोक नहीं लगाई है। वहीं 26 अप्रैल को कांकेर लोकसभा में वोटिंग भी होनी है।