असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा है कि कांग्रेस ने अपना घोषणा पत्र पाकिस्तान के लोगों को ध्यान में रखकर बनाया है.
एक बयान में हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा है, “कांग्रेस पार्टी का घोषणा पत्र इस तरीक़े से बनाया गया है कि वो पाकिस्तान में चुनाव जीते, ये घोषणा पत्र पाकिस्तान के लोगों के लिए अधिक और भारत के लोगों के लिए कम है.”
उन्होंने कहा, “कांग्रेस पार्टी ने ऐसा घोषणा पत्र जारी किया है जो आम लोगों के संसाधन लूटेगा और कांग्रेस देश की अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर देगी. हमने कांग्रेस के घोषणा पत्र को सबसे सटीक तरीके से समझा है.”
हिमंत बिस्वा सरमा ने कांग्रेस को उसके घोषणा पत्र पर सार्वजनिक चर्चा करने की चुनौती भी दी है.
सरमा ने कहा, “मैं कांग्रेस को चुनौती देता हूं कि वो अपने घोषणा पत्र पर सार्वजनिक चर्चा करे और साबित करे कि ये तुष्टिकरण नहीं है.”
हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा है कि उन्होंने कांग्रेस का घोषणा पत्र पढ़ा है और ये निष्कर्ष निकाला है कि ये पाकिस्तान के लोगों के लिए हैं.
सरमा ने राजस्थान के बांसवाड़ा में दिए गए प्रधानमंत्री मोदी के बयान का भी समर्थन किया और कहा कि देश के संसाधनों पर सभी का हक़ है.
बांसवाड़ा में पीएम मोदी ने कहा था कि कांग्रेस देश के लोगों की संपत्तियां लेकर उन लोगों में बांट देगी जिनके अधिक बच्चे हैं और जो घुसपैठियों हैं.
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में मुसलमानों का भी ज़िक्र किया था और कहा था कि कांग्रेस मानती हैं कि देश के संसाधनों पर पहला हक़ मुसलमानों का है.
कांग्रेस ने बीजेपी नेताओें के आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री और बीजेपी देश में नफ़रत के बीज बो रहे हैं.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री के बयान के बाद सोमवार को पार्टी के घोषणा पत्र पर चर्चा के लिए प्रधानमंत्री से वक़्त मांगा था.