बायोमेट्रिक मशीन के जरिए तेजी से हो रही धान की खरीदी, धान का उठाव कम होने से धान खरीदी हो रही है प्रभावित

बायोमेट्रिक मशीन के जरिए तेजी से हो रही धान की खरीदी, धान का उठाव कम होने से धान खरीदी हो रही है प्रभावित

छत्तीसगढ के सभी जिले में धान उपार्जन केन्द्रों में धान खरीदी को लेकर तेजी देखी जा रही है, लेकिन धान का उठाव काफी धीमी गति से हो रहा है। गत वर्ष के मुकाबले 17 तारीख तक महज 4% धान का ही उठाओ हो पाया है। परिवहन व्यवस्था सुस्त होने से धान खरीदी प्रभावित हो सकती है। वहीं बायोमेट्रिक सिस्टम से धाम खरीदी को लेकर बायोमेट्रिक मशीन पहुंचने से अब मशीन के जरिए भी खरीदी पर प्रारंभ कर दी गई है। धान के समर्थन मूल्य पर 1 नवंबर से शुरू हुई धान खरीदी में तेजी देखी जा रही है। राजनांदगांव जिले के 96% धान उपार्जन केन्द्रों में बायोमेट्रिक मशीन के जरिए धान की खरीदी की जा रही है। यहां पंजीकृत किसानों के अंगूठे का निशान लिया जा रहा और अंगूठे के निशान मैच नहीं होने की स्थिति में आंखों से भी पहचान मिलाई जा रही है।

4 प्रतिशत तक हुआ धान का उठाओ

वहीं अब तक यहां 12 हजार 5सौ 63 किसानों से 5 लाख 15 हजार 3 सौ 43 क्विंटल धान की खरीदी की जा चुकी है। लेकिन धान का उठाव काफी धीमी गति से चल रहा है। समय पर धान का परिवाहन नहीं होने से केंद्र में धान जाम होंगे और धान खरीदी प्रभावित होगी। गत वर्ष के मुकाबले इस वर्ष अब तक महज 4 प्रतिशत धान का उठाओ हुआ है। जिला केंद्रीय सहकारी बैंक के सीईओ सुधीर सोनी ने बताया कि अब तक 113 करोड़ 25 लाख रूपये की धान खरीदी की जा चुकी है।

धान बेचने आने वाले किसानों को उनकी उपज की राशि का भुगतान शीघ्र किया जा रहा है। वहीं 5 लाख 15 हजार 3 सौ 43 क्विंटल धान खरीदी के बाद भी अब तक महज 20 हजार 9 सौ 20 क्विंटल धान का परिवहन किया गया है। परिवहन की सुस्त व्यवस्था के चलते धान खरीदी प्रभावित होगी। दीपावली पर्व के बाद धान बेचने में किसान तेजी दिखा रहे हैं, ऐसे में समय पर परिवहन की समुचित व्यवस्था नहीं होने के चलते किसानों को अपनी उपज बेचने के लिए दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।

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