पाकिस्तान चुनाव आयोग ने जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ़ (पीटीआई) पार्टी के प्रमुख इमरान ख़ान का नामांकन रद्द कर दिया है.
पीटीआई के कराची अध्यक्ष खुर्रम शेर ज़ामन ने अपने एक्स हैंडल पर इसकी जानकारी दी है.
उन्होंने लिखा है, “लाहौर और मियांवाली से इमरान ख़ान के नामांकन पत्र रद्द कर दिए गए. हम इसके ख़िलाफ़ अदालत जाएंगे. ताज्जुब की बात है कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा आजीवन प्रतिबंध लगाए जाने के बाद भी नवाज़ शरीफ़ के पत्र को कैसे स्वीकार कर लिया गया.”
शनिवार को पीटीआई के उम्मीदवारों के नामांकन पत्र बड़ी संख्या में ख़ारिज़ किए जाने का पार्टी ने विरोध जताया है.
पाकिस्तान में आठ फ़रवरी को आम चुनाव होने वाले हैं और शनिवार को प्रत्याशियों के नामांकन पत्र भरने का आख़िरी दिन था.
इमरान ख़ान को बीते पांच अगस्त को तोशाखाना मामले में दोषी पाया गया था और तीन साल की सज़ा दी गई थी. इसके बाद चुनाव आयोग ने उन्हें पांच साल के लिए अयोग्य ठहरा दिया.
पीटीआई के वरिष्ठ नेता और पूर्व नेशनल असेंबली स्पीकर असद क़ैसर ने कहा, “आज मुझ समेत पीटीआई के सभी वरिष्ठ नेताओं के नामांकन पत्र ख़ारिज़ कर दिए गए. नवाज़ शरीफ़ को पीएम बनाने की ये महज ट्रिक है.”
कई नेताओं ने आरोप लगाया है कि ‘यह इलेक्शन नहीं सेलेक्शन’ है.