प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिकी यात्रा पर हैं। शुक्रवार को पीएम मोदी ने अमेरिकी संसद को संबोधित किया। पीएम ने जय हिंद कहकर अपने संबोधन पर विराम लगाया था। संबोधन के दौरान उन्होंने उप राष्ट्रपति कमला हैरिस की भी प्रशंसा की। पीएम मोदी ने कहा कि अमेरिकी संसद को संबोधित करना हमेशा गर्व की बात होती है। यह असाधारण सम्मान है।
अमेरिकी संसद के संयुक्त सत्र में पीएम मोदी का संबोधन हो चुका है। संबोधन के बाद अमेरिकी सांसदों और कांग्रेस स्पीकर कैविन मैक्कार्थी ने पीएम मोदी का ऑटोग्राफ लिया।
प्रधानमंत्री ने अपनी एक कविता का भी जिक्र किया, ”आसमान में सिर उठाकर, घने बादलों को चीरकर रोशनी का संकल्प लें, अभी तो सूरज उगा है। दृढ़ निश्चय के साथ चलकर, हर मुश्किल को पार कर, घोर अंधेरे को मिटाने, अभी तो सूरज उगा है।
यूक्रेन, चीन और पाकिस्तान के बारे में क्या बोले प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री मोदी ने यूक्रेन संकट पर चिंता जताई। इसी के साथ-साथ चीन और पाकिस्तान का नाम लिए बिना दोनों देशों पर उन्होंने निशाना साधा। उन्होंने कहा कि वैश्वीकरण का एक नुकसान यह हुआ है कि सप्लाई चेन सीमित हो गई है। हम मिलकर कोशिश करेंगे कि सप्लाई चेन भी विकेंद्रीकृत और लोकतांत्रिक हो। तकनीक ही सुरक्षा और खुशहाली को तय करेगी। यूक्रेन संकट की वजह से यूरोप जंग के साये में है। इसमें कई शक्तियां शामिल हैं, इसलिए नतीजे गंभीर हैं। युद्ध के कारण विकासशील देश प्रभावित हुए हैं।
उन्होंने कहा कि यूएन चार्टर के मुताबिक विवादों का शांतिपूर्ण समाधान और दूसरों की संप्रभुता का सम्मान होना चाहिए। मैंने खुलकर और जाहिर तौर पर कहा है कि यह जंग का दौर नहीं है, बल्कि संवाद और कूटनीति का दौर है। हमें रक्तपात और लोगों को हो रही पीड़ा को मिलकर रोकना चाहिए।
चीन और पाकिस्तान के बारे में उन्होंने कहा कि टकराव के काले बादल हिंद प्रशांत क्षेत्र पर भी असर डाल रहे हैं। क्षेत्र में स्थिरता हमारी साझा चिंता है। हम मिलकर खुशहाली चाहते हैं। 9/11 और 26/11 के बाद चरमपंथ एक बड़ी चिंता बन गया है। आतंकवाद इंसानियत का दुश्मन है और इससे निपटने के लिए कोई किंतु-परंतु नहीं होना चाहिए। आतंकवाद को प्रायोजित करने वाले और आतंकवाद का निर्यात करने वालों के खिलाफ हमें मिलकर लड़ना चाहिए।
पीएम ने कहा कि हम ऐसे इकलौते जी-20 देश हैं, जिन्होंने पेरिस समझौते के तहत प्रतिबद्धताओं को पूरा किया है। हम यहीं नहीं रुके। ग्लासगो समिट में मैंने मिशन लाइफ का जिक्र किया था। आज भारत और अमेरिका समुद्र से लेकर अंतरिक्ष तक, कारोबार, कृषि, वित्त, कला और AI, स्वास्थ्य सेवा में मिलकर काम कर रहे हैं। भारत-अमेरिका के बीच सहयोग की गुंजाइश असीमित है। सिर्फ स्पेलिंग बी में नहीं, भारतीय अमेरिकी हर क्षेत्र में अच्छा काम कर रहे हैं।
पीएम मोदी ने कहा- भारत में महिलाएं बेहतर भविष्य का नेतृत्व कर रही हैं। दुनिया में सबसे ज्यादा महिला पायलट भारत से हैं। ये मंगल मिशन का भी नेतृत्व कर चुकी हैं। किसी बेटी के भविष्य में निवेश करने से पूरे राष्ट्र की तस्वीर बदल सकती है। भारत पुराना राष्ट्र जरूर है और अपनी परंपराओं के लिए जाना जाता है, लेकिन यहां की युवा आबादी कई मामलों में आगे है।