उत्तर भारत की हवा में घुला जहर,  72 फीसदी शहरों में प्रदूषण चिंताजनक

उत्तर भारत की हवा में घुला जहर, 72 फीसदी शहरों में प्रदूषण चिंताजनक

राजधानी दिल्ली समेत उत्तर भारत के विभिन्न क्षेत्रों में हवा बहुत खराब हो गई है। हिमाचल से लेकर हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के 12 स्थानों पर शुक्रवार को औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 300 के पार दर्ज किया गया। दिल्ली में 38 निगरानी केंद्रों में से 18 में एक्यूआई 400 से अधिक रहा, जो गंभीर श्रेणी में है। यानी दिल्ली की हवा में घुला जहर लोगों को बीमार बना देने के लिए काफी है। हवा की गति कम होने से सुबह आसमान में धुंध की मोटी परत छाई रही। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक सोमवार तक वायु गुणवत्ता में सुधार की कोई उम्मीद नहीं है।

सीपीसीबी के आंकड़ों के मुताबिक, हिमाचल के बद्दी में एक्यूआई 327 रहा। पिछले 24 घंटों के दौरान दिल्ली में एक्यूआई 25 अंक बढ़कर 380 पहुंच गया। वहीं, चंडीगढ़ में एक्यूआई 310, गुरुग्राम में 302 और गाजियाबाद में 315 रहा। एनसीआर में सर्वाधिक प्रदूषित हरियाणा का बहादुरगढ़ रहा, जहां एक्यूआई 392 दर्ज किया गया। फरीदाबाद में एक्यूआई 257, नोएडा में 278 और ग्रेटर नोएडा में 288 दर्ज किया गया। दिल्ली में आनंद विहार (414), बवाना (440) समेत 18 जगहों पर एक्यूआई 400 के पार दर्ज किया गया। जहरीली हवा के चलते लोगों को आंखों में जलन और सांस लेने में परेशानी का सामना करना पड़ा। डिसिजन सपोर्ट सिस्टम के मुताबिक, शुक्रवार को हवा में वाहनों से होने वाले प्रदूषण की हिस्सेदारी 11 फीसदी रही।

72 फीसदी शहरों में प्रदूषण चिंताजनक
देश के सिर्फ सात फीसदी से ज्यादा शहरों में वायु गुणवत्ता बेहतर है। करीब 21 फीसदी शहरों में वायु गुणवत्ता संतोषजनक है, जबकि 72 फीसदी से ज्यादा शहरों में यह चिंताजनक है। सीपीसीबी के अनुसार देश के 47 शहरों में वायु गुणवत्ता खराब है, इनमें बागपत, बुलंदशहर, भिवाड़ी, चंडीगढ़, भिवानी, मेरठ, पंचकुला, सोनीपत और अमृतसर भी शामिल हैं।

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