अडानी-अंबानी को लेकर प्रदेश की राजनीति में बयानबाजी तेज हो गई है। इसकी शुरुआत पूर्व सीएम बघेल ने की। रायबरेली रवाना होने से पहले उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी पर अटैक करते हुए कहा कि मोदी जी पर अब उम्र का असर होने लगा है, उनकी बातों से साफ पता चलता है कि अडानी- अंबानी के सामने उनकी कुछ नहीं चलती। वो अडानी अंबानी से डरते हैं। अडानी-अंबानी के घरों से टैंपो भर-भर के पैसा निकल गया और मोदी जी खामोश देखते रह गए।
बघेल के बयान पर बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता केदारनाथ गुप्ता ने पलटवार किया। कहा है कि अडानी-अंबानी के नाम पर कांग्रेस में छाए इस सन्नाटे का सबब देश जानना चाहता है। पिछले 5 वर्षों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ इन नामों को लेकर कांग्रेस का हर मुंह अनर्गल प्रलाप कर रहा था और अब कांग्रेसियों की चुप्पी बता रही है कि कांग्रेस की पूरी दाल ही काली हो चुकी है। कुछ दिन पहले तक कांग्रेस नेता राहुल,खड़गे, प्रियंका, सोनिया हों या फिर स्वयं भूपेश बघेल हों,लगातार अडानी-अंबानी के बहाने सरगुजा में कोल प्लांट और पेड़ कटाई की बात को लेकर बेसुरा ढोल पीटते घूम रहे थे, आजकल खामोश हो गए हैं। अचानक इस खामोशी का कारण किसी को समझ नहीं आया, इसलिए प्रश्न उठना लाजिमी है।