मंत्री पद की दावेदारी: महाप्रभु जगन्नाथ से चमत्कार की आस लगाए बैठे हैं पुरंदर मिश्रा

मंत्री पद की दावेदारी: महाप्रभु जगन्नाथ से चमत्कार की आस लगाए बैठे हैं पुरंदर मिश्रा

रायपुर दक्षिण विधानसभा उपचुनाव का परिणाम 23 नवंबर को आएगा। मगर रिजल्ट क्या आएगा, इस पर सियासी प्रेक्षकों को कोई उलझन नहीं है। भाजपा भी जानती है रिजल्ट क्या आएगा और कांग्रेस भी। खैर, सत्ताधारी पार्टी के सुनील सोनी अगर चुनाव जीते तो मंत्री पद का एक दावेदार और बढ़ जाएगा।

इस समय विष्णुदेव कैबिनेट में दो पद खाली हैं। बृजमोहन अग्रवाल के सांसद चुने जाने के बाद रायपुर से इस समय कोई मंत्री नहीं है। लिहाजा, राजेश मूणत की दावेदारी है तो पुरंदर मिश्रा भी महाप्रभु जगन्नाथ से चमत्कार की आस लगाए बैठे हैं। अब ओबीसी से सुनील सोनी भी मैदान में होंगे। लेकिन महत्वपूर्ण यह भी है कि कैबिनेट के 9 मंत्रियों में से ओबीसी कोटे से इस समय छह मंत्री हैं। याने 66 परसेंट .चूकि छत्तीसगढ़ में बीजेपी की राजनीति ट्राईबल और ओबीसी की धुव्रीकरण की है, इसलिए ओबीसी से एक मंत्री और बनाया जा सकता है। तब सात ओबीसी मंत्री हो जाएंगे। सत्ताधारी पार्टी के लिए यह परफेक्ट समीकरण होगा। आदिवासी मुख्यमंत्री प्लस दो आदिवासी, एक अनुसूचित जाति, सात ओबीसी और
दो जनरल केटेगरी से मंत्री।
इससे स्पष्ट है कि मंत्रिमंडल की दो रिक्त सीटों में ओबीसी और जनरल से एक-एक को मौका मिलेगा।
अब मंत्री बनने वाले दो भाग्यशाली विधायक कौन होंगे,
ये तो नहीं पता, मगर ये अवश्य है कि अब हेड काउंटिंग
के लिए मंत्री नहीं बनाया जाएगा। पार्टी अब परफार्मेंस
को प्राथमिकता देगी। क्योंकि, ओबीसी और जनरल में
रिजल्ट देने वाले विधायकों की कमी नहीं है।

Chhattisgarh