रायपुर मेडिकल कॉलेज में नौ साल बाद रैगिंग की घटना सामने आई है। एमबीबीएस द्वितीय वर्ष के छात्रों ने प्रथम वर्ष के छात्रों से जूनियर लड़कियों की फोटो मांगी और उन्हें कॉलेज परिसर में पहनावे और हेयरस्टाइल से संबंधित प्रतिबंधित निर्देश दिए। इस पर दो छात्रों दीपराज वर्मा और अंशु जोशी को 10 दिनों के लिए निलंबित कर दिया गया है। मामले की शिकायत एनएमसी से की गई थी।
रायपुर। रायपुर मेडिकल कॉलेज में नौ वर्ष बाद एक बार फिर रैगिंग की घटना सामने आई है। एमबीबीएस द्वितीय वर्ष 2023 बैच के छात्रों द्वारा प्रथम वर्ष के छात्रों का वाट्सएग्रुप बनाकर जूनियर लड़कियों की फोटो मांगी जा रही थी। इस पर दो छात्रों दीपराज वर्मा और अंशु जोशी को 10 दिनों के लिए निलंबित कर दिया गया है।
दरअसल, प्रथम वर्ष के छात्रों के प्रवेश के बाद लगभग 20 दिनों पहले ही नए शैक्षणिक सत्र की शुरूआत हुई है। वहीं, प्रवेश के बाद द्वितीय वर्ष के छात्रों द्वारा लड़कियों की फोटो मांगने, सभी छात्रों को बाल एकदम बारीक यानी कि मुंडवाकर रखने, कॉलेज परिसर में फिट कपड़े न पहनने, सामान्य बैग टांगने, ज्यादा स्टाइलिश तरीके के जूते नहीं पहनने जैसी बातें बोली जा रही थी।
वहीं, इस मामले की शिकायत स्वजनों द्वारा नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) से की गई थी। साथ ही इंटरनेट मीडिया में भी इस तरह की शिकायतें पोस्ट कर उन्हें एनएमसी को टैग किया गया था, जिसके बाद उक्त कार्रवाई की गई है।