तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन की ओर से सनातन धर्म पर बयान देने से शुरू हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक़, भारत के 260 से ज़्यादा जानेमाने लोगों ने मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ को पत्र लिखकर उदयनिधि के बयान को संज्ञान में लेने की अपील की है.
इन लोगों में दिल्ली हाई कोर्ट के जज एसएन ढींगरा जैसी हस्तियां भी शामिल हैं. इस पत्र पर हस्ताक्षर करने वालों में 14 सेवानिवृत्त जज, 130 पूर्व नौकरशाह और 118 पूर्व सैनिक शामिल हैं.
इस पत्र में लिखा गया है कि उदयनिधि ने न सिर्फ़ एक नफ़रती भाषण दिया है बल्कि अपने बयान के लिए माफ़ी मांगने से भी इनकार किया है.
उदयनिधि के ख़िलाफ़ कार्रवाई की मांग करते हुए लिखा गया है कि भारत की एक धर्म निरपेक्ष देश के चरित्र की रक्षा करने के लिए इस मामले में कार्रवाई किया जाना आवश्यक है.
पत्र में कहा गया है कि ‘इस मामले में प्रशासन की ओर से कदम उठाने में देरी होना अदालत की अवमानना करना होगा. और राज्य सरकार ने इस मामले में किसी भी तरह की कार्रवाई करने से इनकार कर दिया है. और इस तरह अदालत के आदेशों की अवहेलना की है.
ये भी लिखा गया है कि राज्य सरकार ने कार्रवाई न करने का फ़ैसला करके क़ानून के शासन का मज़ाक उड़ाया है.